भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दादरी विधानसभा सीट से सुनील सांगवान को चुनावी मैदान में उतारा है। उन्होंने भाजपा से टिकट मिलने पर खुशी व्यक्त की और लोगों को अपराधमुक्त समाज देने का वादा किया।
उन्होंने अपना इतिहास याद दिलाते हुए दावा किया कि उनकी जीत अपराध से मुक्ति की राह प्रशस्त करेगी। बोले, “मैंने कई सालों तक जेल में नौकरी की है। मुझे अच्छे से पता है कि किसे कैसे ठीक करना है, मैं आप सभी लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि आप लोग अपराध मुक्त समाज में सांस ले सकेंगे, जहां आपको किसी भी प्रकार की दुश्वारियों का सामना नहीं करना होगा। कौन कितना बड़ा बदमाश है, मुझे अच्छे से पता है।”
उन्होंने आगे कहा, “वैसे भी दादरी में कोई खास बदमाश नहीं हैं, जो भी हैं, वो सभी छुटभैया हैं। उन्हें कैसे ठीक करना है, मुझे अच्छे से पता है, तो मुझे इनसे कोई खास फर्क पड़ने वाला नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने 2002 में नौकरी ज्वाइन की थी। मेरे पिताजी भी अब तक चार बार चुनाव लड़ चुके हैं और यह मेरा पांचवा चुनाव है। मैं आप लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि आप लोगों को एक अपराध मुक्त समाज में सांस लेने का मौका मिलेगा।”
वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष डा. किरण कलकल ने कहा, “चुनाव में भाजपा से दूरी बनाने वालों की लिस्ट तैयार करके हाईकमान को भेजी गई है। जल्द ही पार्टी के खिलाफ जाने वालों को निष्कासित कर दिया जाएगा।”
राजनीति में कदम रखने से पहले सुनील सांगवान 22 सालों तक जेल में नौकरी कर चुके हैं। वो बाबा राम रहीम को पैरोल देने की वजह से भी कई बार चर्चा में रहे। राजनीति में आने के लिए उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ली है।
सांगवान की 2 जनवरी 2002 को भौंडसी जिले में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट के पद पर नियुक्ति हुई थी। उन्होंने गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत और झज्जर जेलों में भी काम किया।
सुनील के पिता सतपाल सांगवान विख्यात राजनेता रह चुके हैं। वह हरियाणा के पूर्व सहकारिता मंत्री भी रह चुके हैं। अब सुनील सांगवान ने भी अपने पिता की तर्ज पर राजनीति में पदार्पण करने का फैसला किया है।
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