सर्दी के इस मौसम में हड्डियों और रीढ़ से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ जाती हैं। मांसपेशियों में जकड़न, दर्द और सूजन जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं, खासकर अधिक उम्र के लोगों में। यह तापमान में गिरावट के कारण होता है, और रीढ़ की हड्डी में सूजन और जकड़न से होने वाला स्पोंडिलाइटिस भी ठंड में बढ़ जाता है। सर्दी के मौसम में साइटिका और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है, जिससे हड्डियों के बीच के कार्टिलेज का घिसना और दर्द बढ़ जाता है।
हड्डियों और मांसपेशियों के दर्द का कारण
ठंड में मांसपेशियों का सख्त होना, खासकर गर्दन, कंधे और पीठ की मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होना आम है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ठंड के दौरान ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है, क्योंकि ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती हैं, जिससे जोड़ों को सही तरीके से ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। इसके अलावा, शारीरिक गतिविधियों की कमी और लंबे समय तक गलत पोश्चर में बैठने से स्पाइन और जोड़ों का दर्द बढ़ सकता है। इस मौसम में विटामिन डी की कमी भी हड्डियों को कमजोर कर सकती है।
सर्दियों में हड्डियों की देखभाल कैसे करें
नियमित हल्के व्यायाम करें, जैसे वॉकिंग और स्ट्रेचिंग। यह मांसपेशियों को लचीला बनाता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है।
शरीर को गर्म रखने के लिए ऊनी कपड़े पहनें और सिर को ढककर ठंड से बचाएं।
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम और विटामिन डी वाला आहार लें, जैसे दूध, दही, पनीर, और मछली।
अदरक, लहसुन, हल्दी और गर्म सूप का सेवन करें।
रोजाना धूप में 15-20 मिनट बैठें या विटामिन डी सप्लीमेंट लें।
संतुलित आहार, व्यायाम, सही पोश्चर और गर्म कपड़े पहनने से आप खुद को स्वस्थ रख सकते हैं।
खानपान का ध्यान रखें
सर्दी में ज्यादा तला-भुना खाना खाने से बचें।
अपनी डाइट में फल और हरी सब्जियां शामिल करें।
मैदा और चीनी का सेवन कम करें।
अपनी डाइट में ड्राई फ्रूट्स शामिल करें।
रोज कम से कम 5 से 7 गिलास पानी पिएं।
निष्कर्ष
सर्दी के मौसम में हड्डियों और मांसपेशियों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। उचित आहार, हल्का व्यायाम, और सही जीवनशैली से आप सर्दी में होने वाली इन समस्याओं से बच सकते हैं। यदि दर्द ज्यादा हो, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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