यूरिक एसिड बढ़ने से होने वाली बीमारियों से कैसे बचें

यूरिक एसिड एक मेटाबॉलिक समस्या है, जो शरीर में स्वाभाविक रूप से पाई जाती है। हालांकि, जब इसका स्तर बढ़ जाता है, तो यह स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। यूरिक एसिड खून में घुलकर किडनी से बाहर निकलता है, लेकिन जब इसका स्तर ज्यादा बढ़ जाता है, तो यह शरीर में जमा होने लगता है। इसका प्रमुख कारण खराब लाइफस्टाइल और खान-पान है। यह शरीर में एक वेस्ट प्रोडक्ट की तरह होता है, जिसे बाहर निकालना जरूरी है। आइए, जानते हैं इस बारे में डॉक्टर की सलाह और इसे कैसे कम किया जा सकता है।

यूरिक एसिड बढ़ने के संकेत:
डॉक्टर रोबिन शर्मा, जो एक आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं, यूरिक एसिड को कम करने के घरेलू उपायों के बारे में बताते हैं। यूरिक एसिड बढ़ने के संकेत निम्नलिखित हैं:

पेशाब में तेज गंध आना
पेशाब में जलन होना
पेशाब में झाग दिखना और दर्द महसूस होना
बार-बार यूरिन इंफेक्शन होना
किडनी में स्टोन बनने की समस्या
सुबह के समय जोड़ों में दर्द होना
पैरों के तलवे लाल होना
यूरिक एसिड बढ़ने से होने वाली बीमारियां:
गाउट:
गाउट गठिया का एक रूप है, जो यूरिक एसिड के क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में जमा होने से होता है। इससे जोड़ों में सूजन और तीव्र दर्द हो सकता है।

किडनी समस्याएं:
जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ता है, तो यह किडनी में क्रिस्टल बना सकता है। इन क्रिस्टल्स के कारण किडनी में पथरी बन सकती है, जो दर्द और अन्य समस्याओं का कारण बनती है।

जॉइंट डिफॉर्मेशन:
यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में सूजन, त्वचा में बदलाव और जोड़ों में मूवमेंट के दौरान परेशानी हो सकती है।

यूरिक एसिड कम करने के उपाय:
डॉक्टर रोबिन शर्मा के अनुसार, मेथी दाने के स्प्राउट्स का सेवन यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकता है। मेथी के दानों को अंकुरित करके खाना अधिक प्रभावी होता है और यह यूरिक एसिड की समस्या में लाभकारी साबित हो सकता है।

सर्दियों में यूरिक एसिड के बढ़ने के खतरे को कम करने के लिए सही आहार और जीवनशैली को अपनाना आवश्यक है। मेथी दाना और अन्य घरेलू उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप यूरिक एसिड की समस्याओं से राहत पा सकते हैं।

यह भी पढ़ें:

टी20 सीरीज का पहला मैच: क्या गौतम गंभीर टीम इंडिया की किस्मत बदल पाएंगे