गर्मियों में खानपान को लेकर थोड़ी सी लापरवाही भी फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकती है। अगर आप ध्यान नहीं देते कि क्या खा रहे हैं और किस हाल में खा रहे हैं, तो पेट दर्द, उल्टी, डायरिया, कमजोरी और बुखार जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
लेकिन चिंता की बात नहीं! थोड़ी सी सतर्कता और घरेलू उपाय अपनाकर आप इस परेशानी से आसानी से बच सकते हैं।
😷 कैसे होती है फूड पॉइजनिंग?
फूड पॉइजनिंग तब होती है जब हम ऐसा खाना खा लेते हैं जिसमें हानिकारक बैक्टीरिया, वायरस या टॉक्सिन्स मौजूद होते हैं। ये ज्यादातर ऐसे खाने में होते हैं जो:
लंबे समय तक खुले में रखा गया हो
गंदे हाथों से बना या परोसा गया हो
सही तापमान पर स्टोर न किया गया हो
जिसमें प्याज जैसी जल्दी खराब होने वाली चीजें हों
गर्मी के मौसम में खाना बहुत तेजी से खराब होता है और बैक्टीरिया का पनपना आसान हो जाता है।
⚠️ फूड पॉइजनिंग के आम लक्षण:
उल्टी आना
पेट में मरोड़ और दर्द
डायरिया
शरीर में कमजोरी
बुखार या ठंड लगना
डिहाइड्रेशन
☀️ गर्मी में क्यों बढ़ जाती है फूड पॉइजनिंग की आशंका?
गर्मियों में तापमान ज़्यादा होने की वजह से खाना जल्दी खराब होता है। इस मौसम में विशेष रूप से इन चीजों से सतर्क रहें:
चिकन और मछली
मसालेदार पकवान
मटर और चना
कच्चे अंडे
मशरूम
प्लास्टिक में रखा हुआ खाना
🛡️ कैसे करें बचाव?
✅ खाना बनाने और खाने से पहले हाथ धोएं
✅ बचे हुए खाने को फ्रिज में स्टोर करें
✅ फास्ट फूड और जंक फूड से दूरी बनाएं
✅ प्लास्टिक कंटेनर में खाना स्टोर करने से बचें
✅ बहुत पुराना या बदबूदार खाना न खाएं
✅ खाना बनाने के बाद जल्दी खा लें
🏠 घरेलू उपचार जो फायदेमंद हो सकते हैं:
अदरक की चाय से पाचन में राहत मिलती है
नींबू पानी शरीर को डिटॉक्स करता है
केला पेट को शांत करता है और ताकत देता है
ORS या नमक-चीनी का घोल डिहाइड्रेशन से बचाता है
अगर लक्षण बढ़ें, तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें
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