कैसे 15 साल के अनिल कपूर ने बॉलीवुड में बनाई अपनी पहचान

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता अनिल कपूर से जुड़ी कई दिलचस्प बातें फैंस के बीच हमेशा चर्चा का विषय बनी रहती हैं। बॉलीवुड में 4 दशक से भी ज्यादा समय तक सक्रिय रहने वाले अनिल कपूर ने अपने करियर में कई यादगार फिल्में दी हैं। आज भी वे फिल्मों में दमदार और स्पोर्टिंग रोल निभाते नजर आते हैं। उनके पिता सुरिंदर कपूर प्रोड्यूसर थे, जिससे अनिल को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था। 15 साल की उम्र में ही उन्होंने एक फिल्म के लिए ऑडिशन दिया और उनका सिलेक्शन भी हो गया।

15 साल की उम्र में किया था ऑडिशन
अनिल कपूर का जन्म 24 दिसंबर 1956 को मुंबई में हुआ था। उनके पिता सुरिंदर कपूर, प्रसिद्ध कपूर खानदान से जुड़े थे और पृथ्वीराज कपूर के कजिन थे। अनिल ने अपनी फैमिली से छुपाकर फिल्म ‘तू पायल मैं गीत’ के लिए ऑडिशन दिया था। खास बात यह थी कि मेकर्स ने अनिल को शशि कपूर के बचपन के किरदार के लिए चुन लिया था। शूटिंग शुरू होने के बाद अनिल इतने खुश हुए कि अगले दिन तक उन्होंने मेकअप तक नहीं हटाया।

मेकअप में स्कूल भी गए थे अनिल
अनिल कपूर एक्टिंग को अपना पहला प्यार मानते हैं। जब उन्हें कम उम्र में फिल्म में काम करने का मौका मिला, तो वे मेकअप किए हुए ही सो गए थे। इसके अलावा, अगले दिन वे मेकअप लगाए हुए ही स्कूल भी चले गए थे, जो उनकी मासूमियत और जूनून को दर्शाता है।

फिल्म रिलीज नहीं हुई
शशि कपूर की फिल्म ‘तू पायल मैं गीत’ के जरिए अनिल कपूर का बॉलीवुड में चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में डेब्यू होना था, लेकिन ये फिल्म कभी रिलीज़ नहीं हो सकी। यह अनिल के लिए बड़ा झटका था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और काम की तलाश में जुटे रहे। अंततः 1980 में उन्होंने तेलुगु फिल्म ‘वामसा वृक्षम’ से बतौर लीड एक्टर डेब्यू किया।

बॉलीवुड में 1983 में हुआ असली डेब्यू
अनिल कपूर ने बॉलीवुड में चार फिल्मों ‘हम पांच’, ‘हमारे तुम्हारे’, ‘एक बार कहो’ और ‘शक्ति’ में काम किया। बतौर लीड एक्टर उन्होंने 1983 की फिल्म ‘वो सात दिन’ से बॉलीवुड में अपनी मजबूत शुरुआत की। इसके बाद उनका करियर लगातार ऊपर की ओर बढ़ता गया और उन्होंने बॉलीवुड में सुपरस्टार का मुकाम हासिल किया।

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