जैसे महिलाओं में उम्र के साथ हार्मोनल बदलाव होते हैं, वैसे ही पुरुषों में भी एक उम्र के बाद हार्मोन की कमी देखने को मिलती है, जिसे “एंड्रोपॉज़” या “पुरुष रजोनिवृत्ति” कहा जाता है।
यह कोई नई खोज नहीं है – 1940 के दशक से मेडिकल साइंस में इसका जिक्र हो रहा है। इसे पहले “पुरुष क्लाइमेक्टेरिक” के नाम से जाना जाता था। हालांकि कुछ विशेषज्ञ इस पर बहस करते हैं कि क्या यह वास्तव में “मेनोपॉज़” के समान है या नहीं।
🔍 एंड्रोपॉज़ के लक्षण क्या हैं?
थकावट और ऊर्जा की कमी
वजन बढ़ना (विशेषकर पेट और छाती के आसपास)
यौन इच्छा में कमी और कठिनाइयां
नींद में परेशानी
चिड़चिड़ापन, तनाव और डिप्रेशन
शरीर में गर्म चमक (hot flashes)
ये लक्षण आमतौर पर 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र के पुरुषों में देखने को मिलते हैं। इसकी मुख्य वजह होती है – टेस्टोस्टेरोन हार्मोन में गिरावट।
💡 क्या है इसका इलाज?
इस स्थिति से निपटने के लिए कोई एक दवा नहीं है, लेकिन जीवनशैली में बदलाव काफी फायदेमंद साबित हो सकता है:
✅ संतुलित और पौष्टिक आहार लें
✅ रोजाना हल्का-फुल्का व्यायाम करें
✅ पर्याप्त नींद लें
✅ तनाव को मैनेज करें (योग, मेडिटेशन करें)
✅ नशे से दूरी बनाए रखें
✅ जरूरत हो तो डॉक्टर से हार्मोन जांच कराएं
यदि लक्षण गंभीर हैं और रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर रहे हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
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