हाई बीपी मरीज सिर नहीं, पैरों के नीचे रखें तकिया, जानें सही करवट 

हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension) एक गंभीर समस्या है, जो दिल, दिमाग और किडनी पर बुरा असर डाल सकती है। कई लोग ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए दवाइयों पर निर्भर रहते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी सोने की पोजिशन भी हाई बीपी को प्रभावित कर सकती है? सही तरीके से सोने से ब्लड प्रेशर को नेचुरल तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है।

अगर आप हाई बीपी के मरीज हैं, तो सिर की बजाय पैरों के नीचे तकिया रखने से आपको ज्यादा फायदा हो सकता है। आइए जानते हैं इसकी वजह, सही सोने की पोजिशन और कुछ जरूरी सावधानियां।

1. हाई बीपी में पैरों के नीचे तकिया रखने के फायदे

पैरों के नीचे तकिया रखने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दिल पर पड़ने वाला दबाव कम होता है। इसके कई फायदे हैं:

ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है – पैरों को ऊंचा रखने से ब्लड सही तरीके से हार्ट तक वापस पहुंचता है, जिससे हाई बीपी को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
दिल पर दबाव कम होता है – जब पैरों को ऊपर रखा जाता है, तो शरीर में ब्लड का प्रवाह सही रहता है और हार्ट को ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती।
सूजन (Edema) कम होती है – हाई बीपी वाले मरीजों को पैरों में सूजन की समस्या हो सकती है। पैरों को ऊपर रखने से सूजन कम होती है।
रिलैक्सेशन बढ़ता है – यह तरीका शरीर को आराम देने में मदद करता है और स्ट्रेस को कम करता है, जो ब्लड प्रेशर घटाने में सहायक है।

2. हाई बीपी के मरीज किस करवट सोएं?

आपकी सोने की पोजिशन भी ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकती है। हाई बीपी के मरीजों के लिए बाईं करवट (Left Side) सोना सबसे अच्छा माना जाता है।

बाईं करवट सोने के फायदे:

हार्ट पर दबाव कम होता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है और हार्ट स्वस्थ रहता है।
नर्वस सिस्टम को आराम मिलता है, जिससे स्ट्रेस कम होता है।

दाईं करवट सोने से बचें:

दाईं करवट सोने से ब्लड वेसल्स पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
यह पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकता है, जिससे एसिडिटी और ब्लोटिंग हो सकती है।

पीठ के बल सीधा सोने से बचें:

सीधा सोने से ब्लड वेसल्स संकुचित हो सकती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
यह सांस लेने में दिक्कत पैदा कर सकता है, खासकर जिन लोगों को स्लीप एपनिया की समस्या होती है।

3. हाई बीपी के मरीजों के लिए जरूरी सोने से जुड़ी सावधानियां

सिर की ऊंचाई ज्यादा न रखें – सिर ज्यादा ऊंचा रखने से ब्लड फ्लो प्रभावित हो सकता है और हाई बीपी की समस्या बढ़ सकती है।
आरामदायक गद्दे का इस्तेमाल करें – ज्यादा सख्त गद्दा शरीर को सही सपोर्ट नहीं देगा और रक्त संचार में रुकावट पैदा कर सकता है।
सोने से पहले तनाव न लें – तनाव हाई बीपी को बढ़ा सकता है, इसलिए सोने से पहले मेडिटेशन या रिलैक्सेशन एक्सरसाइज करें।
भारी भोजन से बचें – सोने से पहले ज्यादा मसालेदार या भारी खाना खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
कैफीन और अल्कोहल से बचें – सोने से पहले चाय, कॉफी या शराब का सेवन करने से हाई बीपी की समस्या बढ़ सकती है।

4. हाई बीपी मरीजों के लिए अच्छी नींद के टिप्स

हाई बीपी मरीजों के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है, क्योंकि नींद की कमी ब्लड प्रेशर बढ़ा सकती है। अच्छी नींद के लिए इन टिप्स को अपनाएं:

🔹 सोने का समय तय करें – हर दिन एक ही समय पर सोएं और जागें।
🔹 सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें – मोबाइल, लैपटॉप और टीवी की ब्लू लाइट नींद को प्रभावित कर सकती है।
🔹 हल्की एक्सरसाइज करें – सोने से पहले हल्की स्ट्रेचिंग या योग करने से नींद अच्छी आती है।
🔹 रूम का तापमान सही रखें – बहुत गर्म या ठंडे कमरे में सोने से नींद में बाधा आ सकती है।

अगर आप हाई बीपी के मरीज हैं, तो सिर की बजाय पैरों के नीचे तकिया रखने से आपका ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा और दिल पर दबाव कम पड़ेगा। साथ ही, बाईं करवट सोना आपके हार्ट के लिए फायदेमंद रहेगा। अच्छी नींद और सही सोने की पोजिशन अपनाकर आप हाई ब्लड प्रेशर को नेचुरल तरीके से नियंत्रित कर सकते हैं।