इब्राहिम की मौत से हिला हिजबुल्लाह, अब इजराइल के निशाने पर नसरल्लाह

इजराइल के हवाई हमले में इब्राहिम अकील के मारे जाने से ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह हिल गया है। अब उसके सरगना हसन नसरल्लाह को साम्राज्य की चूलें हिलती नजर आ रही हैं। गाजा में हमास से मोर्चा ले रहा इजराइल अब तक हिजबुल्लाह की प्रथम पंक्ति के चार प्रमुख नीति-निर्धारक कमांडरों को ढेर कर चुका है। अब उसके निशाने पर हसन नसरल्लाह और अली कार्की है। कार्की दक्षिण लेबनान का क्षेत्रीय प्रमुख है।

बम गिरे और ध्वस्त हो गई ‘आतंक की इमारत’
द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार इजराइल ने कहा है कि शुक्रवार के बेरूत में किए गए हवाई हमले के समय इब्राहिम अकील अन्य हिजबुल्लाह कमांडरों से मिल रहा था। इस हमले में अकील समेत हिजबुल्लाह के कई अन्य प्रमुख गुर्गे मारे गए। अकील की अमेरिका को 1983 में बेरूत में की गई बमबारी के सिलसिले में तलाश थी। इस बमबारी में लगभग 300 लोग मारे गए थे। ईरान समर्थित लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह ने इब्राहिम अकील के हमले में मारे जाने की पुष्टि की है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजराइल के इस हमले में कम से कम 14 लोग मारे गए। इब्राहिम अकील जिस इमारत में मारा गया, वह बेरूत के घनी आबादी वाले इलाके दहिया में थी। इजराइल ने बम गिराकर इस इमारत को मलबे में बदल दिया।

इजराइल पर पिछले साल हुए आक्रमण के पीछे अकील का ही दिमाग
इजराइली सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगरी ने कहा है कि इब्राहिम अकील इस इमारत में अन्य सहयोगी कमांडरों के साथ था। हमले में वह मारा गया। एडमिरल हगरी ने कहा कि अकील हिजबुल्लाह के सैन्य संचालन निदेशालय का प्रमुख और राडवान बल का कमांडर था। उसने हमास के साथ मिलकर पिछले साल अक्टूबर में दक्षिणी इजराइल पर आक्रमण की योजना तैयार की थी। अन्य खबरों में कहा गया है कि बेरूत में कम से कम 100 और इमारतें ऐसी हैं, जहां से हिजबुल्लाह की गतिविधियां संचालित होती हैं।

हिजबुल्लाह की सैन्य क्षमता से वाकिफ इजराइल
आईडीएफ की वेबसाइट में हिजबुल्लाह की सैन्य ताकत का उल्लेख किया गया है। इसमें कहा गया है कि आतंकी समूह के पास लंबी दूरी के रॉकेट और मिसाइल (180-700 किलोमीटर) हैं। इनकी संख्या 400 है। यही नहीं गाइडेड मिसाइलों (70-250 किलोमीटर) की संख्या सैकड़ों में है। इसके अलावा 4,800 मध्यम दूरी के रॉकेट (40-180 किलोमीटर) हैं। 65,000 छोटी दूरी के रॉकेट (20-40 किलोमीटर) हैं। इस समूह के पास मोर्टार का जखीरा है। इनकी संख्या 140,000 है। यही नहीं हिजबुल्लाह की पहुंच एंटी-शिप मिसाइलों, एंटी-टैंक मिसाइलों और यूएवी तक है।

सीरिया में हैदर अल-खफाजी इजराइली ड्रोन हमले में मारा गया
इस बीच इराकी शिया आतंकी समूह के कातिब हिजबुल्लाह ने बगदाद में शुक्रवार को कहा कि सीरिया की राजधानी दमिश्क में हुए इजराइली हमले में उसका एक वरिष्ठ नेता मारा गया। इराकी सशस्त्र समूह के बयान में कहा गया कि उसके सुरक्षा सलाहकार अबू हैदर अल-खफाजी की शुक्रवार सुबह दमिश्क में मौत हो गई। बयान में सशस्त्र समूह ने कहा कि वह गाजा और वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों का समर्थन करना जारी रखेगा। ब्रिटेन स्थित युद्ध निगरानीकर्ता, सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने पुष्टि करते हुए खुलासा किया कि दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक संदिग्ध इजराइली ड्रोन हमले में अल-खफाजी मारा गया।

…और सामने आना पड़ा हसन नसरल्लाह को
लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोट पर खून के आंसू टपका रहे हिजबुल्लाह को इजराइल से लोहा लेना भारी पड़ रहा है। यही वजह है कि साल 2006 से बंकरों में छुपे 64 वर्षीय हिजबुल्लाह के सर्वोच्च नेता हसन नसरल्लाह को गुरुवार को अप्रत्यक्षतौर पर सामने आने पर मजबूर होना पड़ा। उसने टेलीविजन पर अपने गुर्गों और समर्थकों को संबोधित कर इजराइल को बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी। उल्लेखनीय है कि तभी इजराइल के लड़ाकू विमानों ने लेबनान में बम बरसाकर उसे मुंहतोड़ जवाब दिया। इसके बाद इजराइली लड़ाकू विमान बेरूत में कहर बरपाते रहे और हिजबुल्लाह को अपने मजबूत स्तंभ इब्राहिम अकील को खोना पड़ा। इजराइल डिफेंस फोर्सेज ने कहा कि हिजबुल्लाह का पूरी तरह सफाया होने के बाद ही कदम पीछे खींचे जाएंगे।

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