भोजपुरी अवॉर्ड फंक्शंस में हीरोइनों की अनदेखी! रानी चटर्जी ने निकाली भड़ास

भोजपुरी सिनेमा की मोस्ट पॉपुलर और हाईएस्ट पेड एक्ट्रेसेस में शुमार रानी चटर्जी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में वो कहा जो शायद कई लोगों के दिल की बात थी, लेकिन किसी ने खुलकर नहीं कही। करीब 22 साल से इंडस्ट्री में सक्रिय रानी चटर्जी ने बताया कि कैसे भोजपुरी अवॉर्ड फंक्शंस में एक्ट्रेसेस की अनदेखी की जाती है और सिर्फ मेल एक्टर्स को ही सराहा जाता है।

🎙️ “का हाल बा” पॉडकास्ट में छलका दर्द
यूट्यूब चैनल ‘का हाल बा’ के पॉडकास्ट में रानी चटर्जी ने बताया कि उन्हें अवॉर्ड फंक्शंस से बेहद निराशा है। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े स्टेज पर जब भोजपुरी एक्टर्स सम्मानित होते हैं, तब कोई भी एक्ट्रेसेस का ज़िक्र तक नहीं करता।

🗣️ रानी का गुस्सा: “कभी किसी ने नहीं पूछा – हमारी हीरोइन्स कहां हैं?”
रानी ने अपने मन की बात खुलकर कही —

“मनोज तिवारी, रवि किशन और निरहुआ — इन तीनों में से किसी ने एक बार भी ये नहीं कहा कि हमारी हीरोइन्स कहां हैं? अगर तुम्हें 20 साल का सम्मान मिल रहा है, तो रानी चटर्जी, रिंकू घोष और पाखी हेगड़े कहां हैं? ये बहुत निराश करने वाली बात है।”

🏆 “अवॉर्ड्स अब चमचागिरी और पैसा कमाने का जरिया बन गए हैं”
रानी ने दावा किया कि अवॉर्ड फंक्शन अब सिर्फ चमचागिरी और फेवरिटिज्म का अड्डा बन चुके हैं। उन्होंने कहा,

“अब तो ऐसा लगता है जैसे ये फंक्शन सिर्फ अपना बैंक बैलेंस मजबूत करने के लिए होते हैं। जिन लोगों ने भोजपुरी इंडस्ट्री को सच में कुछ दिया है, उन्हें नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है।”

🤔 कौन सा अवॉर्ड फंक्शन?
रानी चटर्जी ने अवॉर्ड शो का नाम तो नहीं लिया, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि वह दुबई में हुए एक भोजपुरी अवॉर्ड इवेंट की बात कर रही थीं। इस कार्यक्रम में मनोज तिवारी, रवि किशन और दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ को 20 साल पूरे होने का सम्मान दिया गया था, लेकिन किसी भी एक्ट्रेस का नाम मंच पर नहीं लिया गया।

👩‍🎤 भोजपुरी की असली क्वीन को क्यों नहीं मिलता मंच?
रानी चटर्जी, रिंकू घोष और पाखी हेगड़े जैसी अभिनेत्रियां सालों से भोजपुरी सिनेमा में काम कर रही हैं। इनके बिना इंडस्ट्री की कल्पना भी मुश्किल है। फिर भी, जब सम्मान और पहचान देने की बारी आती है, तो इनका नाम गायब क्यों हो जाता है?

🔚 निष्कर्ष
रानी चटर्जी की आवाज सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि उन सभी महिलाओं की है जिन्होंने भोजपुरी इंडस्ट्री को खड़ा किया है। अगर मंच पर सिर्फ एक्टर्स की बातें होंगी और हीरोइनों की अनदेखी की जाएगी, तो सवाल तो उठेंगे ही।
अब समय है कि भोजपुरी इंडस्ट्री अपने असली सितारों को पहचान दे — चाहे वो हीरो हों या हीरोइन।

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