कुछ महीने पहले ओला कैब्स के सीईओ पद पर विराजमान होने वाले हेमंत बख्शी ने इस्तीफा दे दिया है. बख्शी जनवरी में कंपनी के साथ जुड़े थे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी में रिस्ट्रक्चरिंग करने की वजह से कुछ भूमिकाएं समाप्त की जाएंगी और इससे क़रीब 10% वर्कफोर्स यानी करीब 200 लोगों की छंटनी करने का निर्णय कंपनी कर सकती है.
कुछ महीने पहले ही आईपीओ के लिए किया था प्रस्ताव
ओला कैब्स के सीईओ हेमंत बख्शी ने अपनी ज्वाइनिंग के चार महीने बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. खबर के अनुसार बख्शी का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है. आपको बता दें कि, दिसंबर महीने में, कंपनी की सहयोगी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक ने बाजार नियामक सेबी को अपने आईपीओ के लिए प्रस्ताव (DRHP) सौंपा था. आईपीओ के माध्यम से कंपनी 7,250 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है.
ओला कैब्स कंपनी की आर्थिक स्थिति गड़बड़ाई है. हाल ही में कुछ देशों में ओला कैब्स ने अपने अंतरराष्ट्रीय परिचालन को बंद करने का फैसला भी किया है.
ओला कैब्स 10 फीसदी कर्मचारियों की करेगी छंटनी
कंपनी 10 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी कर रही है. ओला में 200 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है. दरअसल कंपनी रिस्ट्रक्चरिंग पर विचार कर रही है. जिसकी वजह से 200 के करीब कर्मचारियों की छंटनी की संभावना है. साल 2010 में ओला कैब्स की शुरुआत हुई और बहुत ही जल्द उसे सॉफ्टबैंक और टाइगर ग्लोबल जैसे प्रमुख निवेशकों से फंडिंग मिल गई. फिलहाल कंपनी को उबर, रैपिडो जैसी ऑनलाइन राइड बुकिंग ऐप्स से चुनौती मिल रही है.