हार्ट अटैक आजकल एक आम बीमारी बन गई है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे ज्यादातर मामले जेनेटिक हो सकते हैं? अगर आपके परिवार में किसी को हार्ट अटैक हुआ है, तो आपके लिए भी यह खतरा बढ़ सकता है। आइए डॉ. से जानते हैं कि हार्ट अटैक के ज्यादातर मामलों में क्या ये बीमारी जेनेटिक होती है या इसके और भी कारण होते हैं।
डॉ. ने बताया कि हार्ट अटैक तब होता है जब दिल तक जाने वाली ब्लड वेसल्स में ब्लॉकेज हो जाती है, जिससे दिल को प्रॉपर ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। यह ब्लॉकेज कई कारणों से हो सकता है, जैसे हाई कोलेस्ट्रॉल, स्मोकिंग, स्ट्रेस और खराब जीवनशैली, लेकिन अगर आपके परिवार में किसी को हार्ट की समस्या रही है, तो इसका खतरा आपके लिए बढ़ जाता है।
जेनेटिक कारणों से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल जल्दी बढ़ सकता है। इसके अलावा, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियां भी जेनेटिक रूप से आपको इफ़ेक्ट कर सकती हैं, जो हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा देती हैं।
कारण-
फैमिली हिस्ट्री: अगर आपके माता-पिता या करीबी रिश्तेदारों को हार्ट अटैक हुआ है, तो यह आपके लिए अलार्म हो सकता है।
कम उम्र में हार्ट की समस्या: अगर किसी परिवार के सदस्य को 50 साल की उम्र से पहले हार्ट अटैक हुआ है, तो यह जेनेटिक कारण हो सकता है।
खून की जांच में गड़बड़ी: अगर नियमित जांच में आपके कोलेस्ट्रॉल या ब्लड प्रेशर के स्तर अधिक आते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें।
प्रिवेंशन-
नियमित जांच कराएं: ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर की जांच नियमित रूप से कराएं।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: रोज़ाना व्यायाम करें, हेल्दी डाइट लें और धूम्रपान व शराब से बचें।
तनाव को करें दूर: मेडिटेशन और योग से तनाव को कम करने की कोशिश करें।
डॉक्टर कंसल्टेशन: अगर आपको पारिवारिक इतिहास है, तो डॉक्टर से नियमित सलाह लेते रहें।
हार्ट अटैक की बीमारी जेनेटिक हो सकती है, लेकिन इसे रोका जा सकता है। सही जीवन शैली, समय पर जांच और सावधानी से आप इस गंभीर बीमारी से बच सकते हैं। अगर आपको कोई लक्षण महसूस हो, तो इसे हल्के में न लें और डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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