मशहूर उद्योगपति और आरपीजी ग्रुप के चेयरमैन हर्षवर्धन गोयनका अपनी मुखर आवाज और सोशल मीडिया पर सक्रियता के लिए जाने जाते हैं. हर्ष गोयनका ने अब स्टॉक मार्केट में शेयर की कीमतों में हेरफेर के आरोप लगाए हैं. उन्होंने इसे हर्षद मेहता और केतन पारेख युग की वापसी तक बता दिया है. उन्होंने कहा है कि कोलकाता में स्टॉक प्राइस से खिलवाड़ का खेल किया जा रहा है. इसमें कंपनियों के प्रमोटर और स्टॉक ब्रोकर शामिल हैं. हर्ष गोयनका ने इस संबंध में वित्त मंत्रालय से कार्रवाई की मांग भी की है.
प्रमोटर और ब्रोकर मिलकर कर रहे यह खेल
हर्ष गोयनका ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक ट्वीट में लिखा कि इन दिनों स्टॉक मार्केट में जबरदस्त तेजी आई हुई है. इसका फायदा उठाने के लिए कुछ लोग हर्षद मेहता और केतन पारेख की तर्ज पर काम कर रहे हैं. यह नेक्सस मुख्यतः कोलकाता से संचालित हो रहा है. कंपनियों के प्रमोटर प्रॉफिट एंट्री के जरिए अपना मुनाफा बढ़ा-चढ़ाकर दिखा रहे हैं. इस गड़बड़झाले में गुजराती और मारवाड़ी ब्रोकर भी शामिल हैं. ये ब्रोकर स्टॉक प्राइस को अवास्तविक ऊंचाई तक ले जाने का खेल कर रहे हैं.
छोटे निवेशकों को हो सकता है बड़ा नुकसान
उन्होंने लिखा कि अब समय आ गया है कि वित्त मंत्रालय इसमें दखलंदाजी दे और जांच करके कार्रवाई करे. स्टॉक मार्केट में इस तरह के गलत तौर तरीकों से आखिर में छोटे निवेशकों का बड़ा नुकसान हो सकता है. उन्होंने इस पोस्ट में वित्त मंत्रालय को भी टैग किया है.
आरपीजी ग्रुप में शामिल हैं 15 कंपनियां
हर्षवर्धन गोयनका 1988 से आरपीजी ग्रुप के चेयरमैन हैं. इस ग्रुप में अलग-अलग सेक्टर में काम करने वाली 15 कंपनियां शामिल हैं. आरपीजी ग्रुप का टर्नओवर लगभग 4.7 अरब डॉलर है. उनके इस बड़े खुलासे के बाद अब शेयर मार्केट में उथलपुथल मच सकती है.