करीब 11 महीनों से गाजा में जारी जंग कैसे रुकेगी? यह मिडिल ईस्ट में जारी तनाव से जुड़ा सबसे बड़ा सवाल है. इस युद्ध को रुकवाने और संघर्ष को बढ़ने से रोकने के लिए अमेरिका, मिस्त्र और क़तर जैसे दिग्गज कई महीनों से जुटे हुए हैं. दोहा और काहिरा में हुई बैठकों के बाद सवाल उठ रहे हैं क्या गाजा में जारी जंग कभी रुकेगी? क्या गाजा में युद्धविराम के लिए कोई डील होगी या नहीं? इस सवाल का जवाब अमेरिकी खुफिया एजेंसी के एक बड़े अधिकारी ने दे दिया है.
CIA के डिप्टी डायरेक्टर डेविड कोहेन ने दावा किया है कि गाजा युद्ध विराम समझौता अब हमास नेता के हाथों में है. उन्होंने याह्या सिनवार का नाम लिए बगैर कहा कि इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौते का भाग्य काफी हद तक एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब हमास के नेता दे सकते हैं. कोहेन ने वाशिंगटन डीसी में एक सम्मेलन के दौरान कहा है कि इजराइल बातचीत में गंभीरता दिखा रहा है. उन्होंने कहा कि कोई भी इस बात से आश्वस्त नहीं हो सकता है कि वह इस क्षेत्र में तनाव को बढ़ने से रोक सकता है. सीजफायर डील के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस डील के भाग्य का फैसला हमास के हाथों में है.
अमेरिका, मिस्र और कतर के मध्यस्थ दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने के लिए काम कर रहे हैं, बुधवार को भी काहिरा में तीनों देशों के प्रतिनिधि सीजफायर डील पर बातचीत के लिए जुटे थे. इससे पहले हुई बैठक में हमास ने इजराइल की नई शर्तों को नामंजूर कर दिया है और उसने कहा है कि बाइडेन ने मई में जिस समझौते को प्रस्तावित किया था, इजराइल को उस पर राजी करने के लिए दबाव डाला जाना चाहिए.
दरअसल गाजा सीजफायर डील के लिए इजराइल ने 2 अहम शर्तें रखी हैं, नेतन्याहू ने कहा है कि वह फिलाडेल्फी और नेत्जारिम कॉरिडोर पर इजराइली सेना की तैनाती बरकरार रखेंगे, जबकि हमास का कहना है कि अगर गाजा से इजराइली सेना पूरी तरह वापस नहीं लौटती है तो सीजफायर से जुड़ी कोई डील नहीं हो सकती.