फ़िलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास ने शनिवार को कहा कि 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमले के दौरान अपहृत बंधकों में से एक और की मौत हो गई है. हमास ने एक वीडियो जारी कर कहा कि दक्षिणी इजरायली समुदाय किबुत्ज़ निरिम से बंधक बनाए गए नदाव पोपवेल की गाजा में इजराइली हमले में घायल होने के बाद मौत हो गई.
इजराइली सेना ने फिलहाल इस वीडियो को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है. इसमें हमास द्वारा रिहा किए गए बंधकों के पिछले वीडियो को मनोवैज्ञानिक आतंक बताया गया है. इसने हमास के पिछले कुछ आरोपों का भी खंडन किया है कि बंधकों की मौत इजराइली गोलीबारी में हुई थी.
हमास ने जारी किया वीडियो
इससे पहले शनिवार को, हमास ने एक सफेद दीवार के सामने 51 वर्षीय बंदी का एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उसकी दाहिनी आंख पर चोट के निशान थे और वह अपना नाम बता रहा था. कुछ घंटों बाद, दूसरे वीडियो में, यह कहा गया कि एक महीने पहले इजराइली हवाई हमले में लगे घावों के कारण पॉपलवेल की मृत्यु हो गई.
इजराइली मिसाइल ने बनाया निशाना
हमास ने कहा कि पोपवेल, जिसके बारे में उसने कहा था कि वह भी एक ब्रिटिश नागरिक था, उसको एक महिला बंधक के साथ हिरासत में लिया गया था. उन्हें जिस स्थान पर रखा गया था, उसे इजराइली मिसाइल ने निशाना बनाया था. हमास सशस्त्र विंग के प्रवक्ता अबू उबैदा ने एक बयान में कहा कि गाजा में दुश्मन द्वारा अस्पतालों को नष्ट करने के कारण चिकित्सा सुविधाओं में क्रिटिकल केयर नहीं मिलने के कारण उनकी मृत्यु हो गई.
गाजा में 36 बंधकों की मौत
इजराइली आंकड़ों के मुताबिक, 7 अक्टूबर को अगवा किए गए 252 लोगों में से 128 लोग गाजा में ही हैं. उनमें से कम से कम 36 को इजराइली फॉरेंसिक समिति ने मृत घोषित कर दिया है. इजराइल का कहना है कि बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करना गाजा में उसके हमले का उद्देश्य है, साथ ही हमास को खत्म करना है, जिसने 2007 से इस क्षेत्र पर शासन किया है. बंधक सहायता समूह के अनुसार, पॉपलवेल को उसकी मां के साथ किबुत्ज़ निरिम में उसके घर से पकड़ लिया गया था. हमले के दौरान उनके भाई की मौत हो गई थी. उनकी मां को नवंबर में एक युद्धविराम के दौरान मुक्त कर दिया गया था.