कैलिफोर्निया के कोचेला में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रैली में संदिग्ध को बंदूक, कारतूस और कई फर्जी पासपोर्ट संग गिरफ्तार किया गया है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 49 वर्षीय संदिग्ध वेम मिलर एक काले रंग की एसयूवी चला रहा था, जब उसे सुरक्षा चौकी पर पुलिसकर्मियों ने रोका। तलाशी के दौरान उसके पास से दो हथियार और एक “हाई-कैपेसिटी मैगजीन” बरामद हुई।
यूएस सीक्रेट सर्विस ने दावा किया है कि ट्रंप “पर कोई खतरा नहीं था”, साथ ही कहा कि इस घटना से सुरक्षा अभियानों पर कोई असर नहीं पड़ा है।
रिवरसाइड काउंटी शेरिफ के कार्यालय ने कहा कि मिलर को “बिना किसी घटना को अंजाम दिए” हिरासत में ले लिया गया और उस पर भरी हुई बंदूक और हाई-कैपेसिटी मैगजीन (उच्च क्षमता वाली मैगजीन) रखने का मामला दर्ज किया गया।
स्थानीय शेरिफ ने संदिग्ध को “पागल” बताया और उनके कार्यालय ने कहा कि इस मुठभेड़ से ट्रंप या रैली में शामिल होने वालों की सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा।
जबकि रिवरसाइड काउंटी के शेरिफ चैड बियान्को ने कहा (बीबीसी रिपोर्ट के अनुसार) कि संदिग्ध के दिमाग में क्या चल रहा था, इस बारे में अनुमान लगाना असंभव है। कहा कि उन्हें “पूरा विश्वास है” कि उनके अधिकारियों ने ट्रंप की तीसरी हत्या की कोशिश को नाकाम किया।
उन्होंने आगे कहा कि यह साबित करना असंभव है कि उस व्यक्ति का इरादा क्या था।
एक संघीय कानून प्रवर्तन अधिकारी ने सीबीएस न्यूज़ को बताया कि इस घटना से जुड़े हत्या के प्रयास का कोई संकेत नहीं मिला है।
संघीय अधिकारियों का कहना है कि वे अभी भी घटना की जांच कर रहे हैं।
बियान्को एक निर्वाचित अधिकारी और रिपब्लिकन हैं जिन्होंने पहले भी ट्रंप के समर्थन में बयान दिया है। वह ट्रंप के चुनाव अभियान के एक प्रतिनिधि के रूप में भी काम कर रहे हैं।
यह घटना ट्रंप के मंच पर आने से एक घंटे पहले की बताई जा रही है। इस तरह कथित तौर पर ये ट्रंप पर हमले की ये तीसरी नाकाम कोशिश है।
शेरिफ ने कहा कि जैसे ही संदिग्ध रैली की बाहरी परिधि में पहुंचा सब सामान्य था लेकिन जैसे ही वो अंदर पहुंचा, “कई अनियमितताएं ” दिखने लगी। शेरिफ बियान्को ने बताया कि, वाहन पर फर्जी लाइसेंस प्लेट थी और जांच में भीतर कुछ “गड़बड़ी” भी दिखी।
शेरिफ ने कहा कि कार में कई फर्जी पासपोर्ट और कई ड्राइविंग लाइसेंस पाए गए। उनके मुताबिक लाइसेंस प्लेट “घर में बनाई गई” थी और पंजीकृत नहीं थी।
उन्होंने कहा कि संदिग्ध ने अधिकारियों को बताया था कि वह सॉवरेन सिटीजन नामक समूह का सदस्य है।
शेरिफ ने आगे कहा, “मैं यह नहीं कहूंगा कि यह एक उग्रवादी समूह है। यह सिर्फ एक ऐसा समूह है जो सरकार और सरकारी नियंत्रण में विश्वास नहीं करता है।”
“वे यह नहीं मानते कि सरकार और कानून उन पर लागू होते हैं।”
पकड़े गए संदिग्ध की बात करें तो उसे दो अवैध हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कुछ ही दिनों पहले वो 5,000 डॉलर की जमानत पर रिहा हुआ था।
संघीय अधिकारियों के एक बयान के अनुसार, अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय, सीक्रेट सर्विस और FBI को गिरफ्तारी के बारे में जानकारी है।
बयान में कहा गया है, “अमेरिकी सीक्रेट सर्विस का आकलन है कि शनिवार को हुई घटना ने सुरक्षात्मक कार्यों को प्रभावित नहीं किया और पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप पर कोई खतरा नहीं है।”
“हालांकि इस समय कोई संघीय गिरफ्तारी नहीं की गई है, लेकिन जांच जारी है। अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय, अमेरिकी सीक्रेट सर्विस सर्विस, एफबीआई – उन प्रतिनिधियों और स्थानीय भागीदारों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने कल रात की घटनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद की।”
बीबीसी ने बताया कि कथित हत्या के प्रयासों के मद्देनजर ट्रंप के आसपास सुरक्षा को काफी बढ़ा दिया गया है।
मिलर की गिरफ्तारी से पहले शनिवार को, ट्रंप ने इस साल बटलर, पेंसिल्वेनिया में अपनी दूसरी रैली की, वही जगह जहां एक स्नाइपर द्वारा उनकी दिशा में कई गोलियां चलाने के बाद उनका कान खून से लथपथ हो गया था और भीड़ में मौजूद एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
वहीं, दूसरी कोशिश सितंबर में हुई थी जब ट्रंप गोल्फ खेल रहे थे। उनसे कुछ ही दूर के फासले पर संदिग्ध को पकड़ा गया था। सुरक्षा में तैनात सीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने लगभग 400 गज की दूरी पर मैदान के किनारे झाड़ियों के बीच राइफल का हिस्सा बाहर निकला हुआ देखा था। संदिग्ध को बाद में पकड़ लिया गया था।
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