अगर आप रोज सुबह 1 कप ग्रीन टी पीते हैं, तो यह आपके मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, एंटीऑक्सीडेंट्स प्रदान करता है और वजन घटाने में मदद करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ग्रीन टी आपके दिमाग के लिए भी फायदेमंद होती है?
रिसर्च में पाया गया है कि ग्रीन टी का सेवन दिमागी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकता है। इसमें मौजूद कैटेचिन्स और फ्लेवोनॉइड्स ब्रेन को फ्री-रैडिकल्स से बचाने और सूजन कम करने में मदद करते हैं।
👉 एक स्टडी में दावा किया गया है कि रोजाना 1 कप ग्रीन टी पीने से डिमेंशिया से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं इस रिसर्च की पूरी सच्चाई!
क्या कहती है स्टडी?
🧠 ग्रीन टी और ब्रेन हेल्थ पर यह रिसर्च जापान के वैज्ञानिकों द्वारा की गई है।
🔬 इस अध्ययन में 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के दिमाग में कुछ सफेद घाव देखे गए, जो डिमेंशिया से जुड़े थे।
☕ शोध में लोगों को ग्रीन टी और कॉफी पिलाई गई।
💡 जिन लोगों ने नियमित रूप से ग्रीन टी पी, उनमें ब्रेन डिजीज का जोखिम कम पाया गया।
और क्या पाया गया?
📌 रिसर्च के नतीजे बताते हैं कि:
✔️ जो लोग रोज़ 3 कप ग्रीन टी पीते हैं, उनके दिमाग में सफेद घावों की संख्या कम पाई गई।
✔️ वहीं, जो लोग 7-8 कप ग्रीन टी पीते हैं, उनमें घावों की संख्या बढ़ी पाई गई।
✔️ ग्रीन टी की अधिक खपत भी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
✔️ अल्जाइमर से पीड़ित लोगों को भी ग्रीन टी से फायदा हो सकता है।
ग्रीन टी पीने के फायदे
✅ स्ट्रेस कम करती है – ग्रीन टी पीने से तनाव और एंग्जायटी कम होती है।
✅ याददाश्त तेज होती है – रोज सुबह 1 कप ग्रीन टी दिमाग को एक्टिव रखती है।
✅ ब्रेन फंक्शन को सुधारती है – इससे ब्रेन की कार्यक्षमता बढ़ती है और सोचने-समझने की शक्ति बेहतर होती है।
✅ डिमेंशिया और अल्जाइमर से बचाव – ग्रीन टी ब्रेन सेल्स को डैमेज होने से बचाती है और युवावस्था में ही ब्रेन हेल्थ को मजबूत करती है।
निष्कर्ष
अगर आप अपनी ब्रेन हेल्थ को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो रोजाना 1 कप ग्रीन टी पीना एक हेल्दी आदत हो सकती है। लेकिन अत्यधिक सेवन से नुकसान भी हो सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही पिएं।
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