Google ने अपनी Messages ऐप में एक नया सेफ्टी फीचर जोड़ दिया है जो किसी भी न्यूड या संवेदनशील इमेज को अपने-आप ब्लर कर देता है।
इस फीचर की घोषणा भले ही अक्टूबर 2024 में हुई थी, लेकिन अब इसका रोलआउट शुरू हो चुका है और धीरे-धीरे ये सभी यूज़र्स तक पहुंच रहा है।
क्या है ये फीचर?
यह फीचर ऑन-डिवाइस AI का इस्तेमाल करता है। इसका मतलब है कि इमेज की पहचान और प्रोसेसिंग आपके फोन पर ही होती है, ना कि Google के सर्वर पर।
इससे प्राइवेसी बनी रहती है और यूज़र्स को किसी भी जोखिम भरे या आपत्तिजनक मैसेज से बचने में मदद मिलती है।
कैसे करता है काम?
जैसे ही कोई संदिग्ध इमेज (जैसे न्यूड फोटो) आती है, ऐप उसे अपने आप ब्लर कर देता है।
इमेज पर एक चेतावनी संदेश (वार्निंग) आता है, साथ ही कुछ विकल्प दिए जाते हैं:
“न्यूड इमेज क्यों हानिकारक हो सकती है?”
“इस नंबर को ब्लॉक करें”
“नहीं, नहीं देखना” / “हां, देखना”
अगर आप इमेज देख लेते हैं और बाद में उसे फिर से ब्लर करना चाहें, तो “Remove preview” पर क्लिक कर सकते हैं।
किसके लिए कैसा है सेटअप?
👶 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए:
फीचर डिफॉल्ट रूप से ऑन रहेगा।
अगर उनके अकाउंट पर Family Link से पेरेंटल कंट्रोल है, तो फीचर बंद नहीं किया जा सकता।
👦 13 से 17 साल के किशोर (बिना सुपरविजन के):
फीचर ऑन रहेगा, लेकिन चाहें तो बंद कर सकते हैं।
👨🦰 18 साल से ऊपर के व्यस्क यूज़र्स:
उन्हें यह फीचर खुद जाकर मैनुअली ऑन करना होगा।
सिर्फ देखने पर नहीं, भेजने पर भी अलर्ट!
अगर कोई यूजर खुद किसी संवेदनशील फोटो को भेजने या फॉरवर्ड करने की कोशिश करता है, तो भी ऐप एक अलर्ट देता है:
“क्या आप वाकई भेजना चाहते हैं?” – ताकि यूजर एक बार फिर सोच सके।
Google का मकसद कंटेंट को ब्लॉक करना नहीं, बल्कि यूज़र्स को सोच-समझकर फैसला लेने के लिए प्रेरित करना है।
अभी कहां मिलेगा ये फीचर?
यह फीचर फिलहाल केवल Google Messages ऐप में काम करता है।
वीडियो पर अभी लागू नहीं होता।
Settings में जाकर: Messages > Protection & Safety > Manage sensitive content warnings से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
अभी यह सिर्फ बीटा डिवाइसेज़ पर उपलब्ध है, जल्द ही सबको मिलेगा।
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