खाड़ी देशों के दौरे पर गए बहुदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उन्हें कुवैत के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस बात की जानकारी भाजपा सांसद बैजयंत पांडा ने मंगलवार को दी थी। उन्होंने बताया कि आजाद डॉक्टरों की निगरानी में हैं और उनकी हालत स्थिर है।
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुलाम नबी आजाद को फोन कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
भीषण गर्मी बनी सेहत बिगड़ने की वजह
गुलाम नबी आजाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए बताया कि कुवैत की भीषण गर्मी के चलते उनकी तबीयत बिगड़ी थी, लेकिन अब अल्लाह के करम से हालत में सुधार हो रहा है। उन्होंने लिखा कि डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा है और वह जल्द ही स्वस्थ होकर वापसी करेंगे।
बहरीन और कुवैत में निभाई अहम भूमिका
बता दें कि भारत सरकार ने 7 बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल खाड़ी और अन्य देशों में भेजे हैं ताकि पाकिस्तान की आतंकवाद-समर्थक नीतियों को बेनकाब किया जा सके और भारत के आतंकवाद के खिलाफ एक्शन को दुनिया के सामने रखा जा सके।
गुलाम नबी आजाद और बैजयंत पांडा 23 मई को बहरीन और 25 मई को कुवैत पहुंचे, जहां उन्होंने स्थानीय नेताओं और अधिकारियों के साथ बैठकें कीं। पांडा ने बताया कि आजाद का इन बैठकों में योगदान बेहद प्रभावशाली रहा।
अनुपस्थिति खलेगी: बैजयंत पांडा
बैजयंत पांडा ने कहा, “गुलाम नबी आजाद की सेहत खराब होने से हम दुखी हैं। सऊदी अरब और अल्जीरिया में उनकी अनुपस्थिति हमें खलेगी, क्योंकि उन्होंने बहरीन और कुवैत में जो भूमिका निभाई, वह बहुत सराहनीय थी।”
कांग्रेस ने भी जताई चिंता
गुलाम नबी आजाद भले ही अब अपनी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष हैं, लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ने पर कांग्रेस ने भी चिंता जताई है। गौरतलब है कि आजाद कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक रहे हैं और 2022 में पार्टी छोड़ने से पहले कई अहम पदों पर रह चुके हैं।
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