ये घरेलू नुस्खे अपनाकर पाये फूड प्वाइजनिंग से राहत, मिलेगा इंस्टेंट आराम

फूड प्वाइजनिंग एक आम समस्या है जो दूषित भोजन या पानी के सेवन से हो सकती है।इसके लक्षणों में दस्त, उल्टी, पेट में दर्द, बुखार और कमजोरी शामिल हो सकते हैं।हालांकि, ज़्यादातर मामलों में, फूड प्वाइजनिंग का इलाज घरेलू उपचारों से ही किया जा सकता है।

यहाँ कुछ घरेलू नुस्खे दिए गए हैं जो आपको फूड प्वाइजनिंग से राहत पाने में मदद कर सकते हैं:

1. तरल पदार्थों का सेवन:

फूड प्वाइजनिंग के दौरान निर्जलीकरण एक आम समस्या है।

इसलिए, पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीना महत्वपूर्ण है, जैसे कि पानी, ORS घोल, नारियल पानी, या हर्बल चाय।

यह आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और आपको हाइड्रेटेड रखने में मदद करेगा।

2. आराम करें:

फूड प्वाइजनिंग से लड़ने के लिए आपके शरीर को आराम की आवश्यकता होती है।

पर्याप्त नींद लें और शारीरिक गतिविधि से बचें

3. हल्का भोजन:

जब आप बीमार हों तो भारी और मसालेदार भोजन से बचें।

हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन खाएं, जैसे कि टोस्ट, केला, चावल का दलिया, या दही।

4. प्रोबायोटिक्स:

प्रोबायोटिक्स जीवित सूक्ष्मजीव हैं जो आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

दही, छाछ, या प्रोबायोटिक सप्लीमेंट का सेवन फूड प्वाइजनिंग के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।

5. अदरक:

अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-स्पैस्मोडिक गुण होते हैं जो पेट दर्द और मतली से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।

आप अदरक की चाय पी सकते हैं या अदरक को अपने भोजन में मिला सकते हैं।

6. पुदीना:

पुदीना में एंटी-इंफ्लेमेटरी और पाचन क्रिया को बढ़ाने वाले गुण होते हैं।

पुदीने की चाय पीने से पेट दर्द, गैस और मतली से राहत मिल सकती है।

7. लौंग:

लौंग में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं।

आप लौंग की चाय पी सकते हैं या लौंग को अपने भोजन में मिला सकते हैं।

ध्यान रखें:

  • यदि आपके लक्षण गंभीर हैं या 2-3 दिनों से अधिक समय तक रहते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।
  • यदि आपको उच्च बुखार, खूनी दस्त, या निर्जलीकरण के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
  • गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएं किसी भी नए उपचार को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

यह भी याद रखें कि फूड प्वाइजनिंग से बचाव ही सबसे अच्छा इलाज है।

इसलिए, भोजन को अच्छी तरह से पकाएं, हाथों को बार-बार धोएं, और दूषित भोजन और पानी से बचें।

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