श्रीलंका दौरे के लिए टीम चुनते समय सेलेक्टर्स की ओर से कई बड़े फैसले किए गए, जिस पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर अपनी अलग-अलग राय रख रहे हैं। इस दौरे के साथ मुख्य कोच गौतम गंभीर के कार्यकाल की शुरुआत होगी। हालांकि, वो भी इस टीम चयन को लेकर ‘सवालों के घेरे’ में हैं।
श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय चयनकर्ताओं ने कुछ हैरान करने वाले फैसले लिए। टीम इंडिया का सेलेक्शन इन दिनों काफी चर्चाओं में है। चाहे हार्दिक पांड्या की जगह सूर्यकुमार यादव को कप्तान और शुभमन गिल को उपकप्तान बनाने की बात हो या फिर इन फॉर्म अभिषेक शर्मा और ऋतुराज गायकवाड़ को ड्रॉप करने की, ऐसे कई सवाल हैं जो फैंस समेत कई पूर्व भारतीय क्रिकेटरों के मन में उठ रहे हैं। अब हर एक सवाल का जवाब गौतम गंभीर ही देंगे, क्योंकि यह बतौर कोच उनका टीम इंडिया के साथ डेब्यू होने से जुड़ा है।
गौतम गंभीर भारतीय टीम के नए मुख्य कोच नियुक्त होने के बाद पहली बार मीडिया को संबोधित करने के लिए तैयार हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस सोमवार को सुबह 10 बजे होगी। इसके बाद टीम श्रीलंका के लिए रवाना होगी। गंभीर का पहला असाइनमेंट श्रीलंका दौरा है जिसमें 27 जुलाई से तीन टी20 और इतने ही वनडे मैच शामिल हैं। टी20 में सूर्यकुमार यादव टीम की अगुवाई करेंगे, जबकि वनडे में रोहित शर्मा कमान संभालेंगे।
कप्तानी में फेरबदल हो या खिलाड़ियों की अदला-बदली, इन सभी फैसलों को लेकर फैंस दो पक्षों में बंट चुके हैं। इंटरनेट पर फैंस इस टीम के चयन को लेकर दो पक्षों में बंटे हुए हैं। जबकि कई बड़े क्रिकेट एक्सपर्ट्स का दावा है कि गौतम गंभीर टीम के मुख्य कोच तो बने हैं लेकिन वो आते ही इतने बड़े फैसले अकेले नहीं ले सकते। इसमें मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और वनडे-टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा का भी हाथ है। हालांकि सेलेक्शन कमेटी की मीटिंग की बातें अभी सामने नहीं आई हैं। अब उम्मीद है कि कल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन सभी सवालों के जवाब फैंस को मिलेंगे।
हार्दिक पांड्या का नाम कप्तानी की रेस से बाहर होने का सबसे बड़ा कारण उनकी चोट और फिटनेस है। गंभीर कप्तान के रूप में लॉन्ग टर्म पर अधिक फोकस कर रहे होंगे। इसलिए शुभमन गिल का नाम अब अन्य दावेदारों से काफी आगे है। गंभीर कार्यकाल की इस पहली बैठक के बाद ही टीम इंडिया की तस्वीर काफी हद कर बदल गई है। इसमें सबसे बड़ा उलटफेर कप्तानी को लेकर हुआ है। एक बात तो साफ है कि अब आने वाले दिनों में टीम में उन्हीं खिलाड़ियों को जगह मिलेगी, जो खुद को साबित करने का माद्दा रखते हों।