ऑस्ट्रेलिया के रडार पर होंगे गौतम गंभीर

भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे का आगाज 22 नवंबर से होने जा रहा है। यह सीरीज गौतम गंभीर का टीम इंडिया के साथ भविष्य तय करेगी। दरअसल, न्यूजीलैंड के खिलाफ सूपड़ा साफ होने के बाद कुछ रिपोर्ट्स ऐसी सामने आई जिसमें कहा गया है कि अगर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम उनकी कोचिंग में अच्छा परफॉर्म नहीं करती तो उनसे टेस्ट टीम की कोचिंग छीनी जा सकती है। कुछ रिपोर्ट्स में तो यह भी दावा किया गया कि विकेट के चयन को लेकर गंभीर और टीम के वरिष्ठ सदस्य एकमत नहीं थे। ऐसे में उनके लिए ऑस्ट्रेलिया दौरा काफी अहम है। इस बीच गंभीर के सपोर्ट में पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह उतरे हैं। उनका कहना है कि गंभीर पर दोष मढ़ा जा रहा है।

हरभजन ने जतिन सप्रू के यूट्यूब चैनल पर कहा, “जब से गौतम कोच बने हैं, तब से वे न तो बल्लेबाजी करने गए हैं और न ही गेंदबाजी करने। अचानक वे कोच बन गए हैं और नतीजे खराब हो गए हैं। पूरा दोष गौतम गंभीर पर मढ़ा जा रहा है। उन्होंने बल्लेबाजी या गेंदबाजी नहीं की है, उन पर दोष नहीं लगाया जा सकता। आपकी योजना टर्नर बनाने की थी, और योजना उल्टी पड़ गई। उन्हें जानने के बाद, मुझे लगता है कि उनका दिल सही जगह पर है। वे हमेशा टीम के बारे में सोचते हैं, हमारे लिए उन्हें जज करना अभी बहुत जल्दी है। उन्हें समय दें। बड़ी टीमों को चलाना आसान नहीं है।”

44 वर्षीय हरभजन का यह भी मानना ​​है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी पांच मैचों की सीरीज गंभीर के धैर्य और गुस्से की परीक्षा होगी, क्योंकि कोच के तौर पर बाहर बैठे रहने के कारण वह किसी भी चीज पर नियंत्रण नहीं रख सकते।

भज्जी ने आगे कहा, “बड़ी टीमों को चलाना मुश्किल है, हर किसी को समय लगता है। अगर नतीजे अच्छे होते, तो हर कोई कहता ‘देखो, गौतम टीम को जीत दिला रहे हैं’। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज महत्वपूर्ण है, बहुत सी चीजों का टेस्ट किया जाएगा। गौतम गंभीर जो बाहर बैठे होंगे, उनके गुस्से और धैर्य को टेस्ट किया जाएगा। वह बाहर से कुछ भी नियंत्रित नहीं कर सकते, बड़े खिलाड़ी किनारे पर बैठकर निराश हो जाते हैं। यह टेस्ट गंभीर को पास करना होगा। यह दौरा गंभीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस देश में, हर किसी की अपनी राय होती है। गौतम गंभीर निराश महसूस कर रहे होंगे, वे रडार पर हैं। अगर सीरीज अच्छी नहीं जाती है, तो गंभीर को नुकसान उठाना पड़ेगा। मैं चाहता हूं कि वे शांत रहें और टीम अच्छा प्रदर्शन करे।”