भारतीय टीम का मुख्य कोच बनाने के बाद गौतम गंभीर ने सोमवार को पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कई अहम सवालों के खुलकर जवाब दिए। भारतीय टेम 27 जुलाई से श्रीलंका दौरे पर जाएगी। यह गंभीर का पहला असाइनमेंट है। इस दौरान मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने स्टार रवींद्र जडेजा के करियर को लेकर बयान दिया। जडेजा को श्रीलंका के खिलाफ खेली जाने वाली टी20 और वनडे सीरीज दोनों में नहीं चुना गया है।
अगरकर ने कहा, ‘श्रीलंका दौरे पर अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा दोनों को एक ही छोटी सीरीज में लेना व्यर्थ था। जडेजा को बाहर नहीं किया गया है। आगे हमें लगातार कई टेस्ट खेलने हैं और उनके टेस्ट सीरीज में शामिल होने की संभावना है। वह अभी भी योजना के दायरे में हैं और एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। उनके लिए वनडे वर्ल्ड कप शानदार रहा था और जडेजा हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।’
वहीं, गंभीर ने भी जडेजा को लेकर कहा, ‘श्रीलंका दौरे के बाद हमें लंबा ब्रेक मिलेगा और फिर हमारे पास 10 टेस्ट मैच हैं। चुनौती इसी को लेकर है। हम ये 10 टेस्ट लगातार खेलेंगे और इसमें ऑस्ट्रेलिया का दौरा भी शामिल है। मैं इसके लिए उत्साहित हूं। उम्मीद है कि हम इन 10 टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे। अगरकर ने पहले ही बता दिया है कि जो खिलाड़ी इस सीरीज में जगह नहीं बना पाए, वह आगे टीम में आ सकते हैं। उन 10 टेस्ट मैचों के लिए जडेजा हमारे लिए बेहद अहम हैं। उन 10 मैचों का इंतजार कर रहा हूं।’
उन्होंने मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के लिए वर्कलोड मैनेजमेंट के महत्व पर बात की। गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैंने पहले भी कहा है कि जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी के लिए महत्वपूर्ण है कि उनका वर्कलोड कैसे मैनेज हो। वह एक ऐसे गेंदबाज हैं जिन्हें कोई भी अपने प्लेइंग-11 में रखना चाहेगा। आप चाहते हैं कि वह महत्वपूर्ण मैच खेलें। इसलिए न केवल उनके लिए बल्कि तेज गेंदबाजों के लिए यह महत्वपूर्ण है।”
बुमराह ने भारतीय टीम के लिए बार-बार अपनी योग्यता साबित की है। 30 वर्षीय बुमराह ने काफी समय तक मैदान से बाहर रहकर बिताया और 2022 का अधिकांश समय वो बाहर रहे। वह 2022 टी20 विश्व कप से चूक गए, जहां भारत सेमीफाइनल में बाहर हो गया था और फिर मार्च 2023 में उनकी पीठ की सर्जरी हुई, जिसके कारण वह चार महीने मैदान से बाहर रहे।
बुमराह ने अगस्त 2023 में भारत बनाम आयरलैंड सीरीज में वापसी की, जहां उन्होंने कप्तानी की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने 2023 वनडे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया और फिर टी20 विश्व कप जीतने के अभियान के दौरान ऐतिहासिक आंकड़े पेश किए।
नए मुख्य कोच का मानना है कि तेज गेंदबाजों के लिए वर्कलोड मैनेजमेंट बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन बल्लेबाजों के लिए उनकी सोच थोड़ी अलग है। वो चाहते हैं कि खेल के सभी प्रारूपों के लिए मुख्य बल्लेबाज उपलब्ध रहें। उन्होंने कहा, “यदि आप बल्लेबाज हैं, जो अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं तो आप सभी प्रारूपों में खेल सकते हैं। रोहित और विराट अब टी20 से संन्यास ले चुके हैं, इसलिए वे अब से दो प्रारूप खेलेंगे। उम्मीद है कि वे अधिकांश मैचों के लिए उपलब्ध रहेंगे।”