क्या आपको भी अक्सर हाथ-पैरों में झनझनाहट, कमजोरी, थकान या हड्डियों में दर्द महसूस होता है? अगर हां, तो यह महज़ थकावट नहीं, बल्कि आपके शरीर में विटामिन बी12 या विटामिन डी की गंभीर कमी का संकेत हो सकता है। समय रहते अगर इसे नजरअंदाज किया गया, तो आगे चलकर यह स्थिति आपकी हड्डियों, नसों और यहां तक कि दिमागी स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकती है।
विटामिन की कमी के आम संकेत
- हाथ-पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन
- थकान, कमजोरी और ऊर्जा की कमी
- मांसपेशियों में दर्द या ऐंठन
- हड्डियों में दर्द और कमजोरी
- मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन या डिप्रेशन
- याद्दाश्त कमजोर होना या एकाग्रता में कमी
कौन-से विटामिन की कमी से होते हैं ये लक्षण?
1. विटामिन बी12
यह विटामिन तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) को सुचारु रूप से चलाने के लिए आवश्यक है। इसकी कमी से नसों पर असर पड़ता है और हाथ-पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन की समस्या होती है।
2. विटामिन डी
विटामिन डी की कमी से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। यह कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है, और इसकी कमी से शरीर धीरे-धीरे “हड्डियों का ढांचा” बनने लगता है।
कैसे करें नियंत्रण?
1. सही खानपान अपनाएं
– विटामिन बी12 के लिए: अंडा, दूध, पनीर, मछली और मांस
– विटामिन डी के लिए: धूप में रहना, मशरूम, विटामिन डी फोर्टिफाइड फूड्स
2. नियमित जांच कराएं
ब्लड टेस्ट के ज़रिए अपने विटामिन लेवल की जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट लें।
3. सुबह की धूप लें
हर दिन 15–20 मिनट सुबह की धूप में बैठना विटामिन डी की प्राकृतिक खुराक है।
4. एक्सरसाइज़ और योग करें
शरीर को एक्टिव रखने से मांसपेशियों और हड्डियों की ताकत बनी रहती है।
शरीर के छोटे-छोटे संकेतों को हल्के में न लें। हाथ-पैरों में झनझनाहट, मांसपेशियों की कमजोरी या हड्डियों में दर्द जैसी समस्याएं विटामिन की कमी का नतीजा हो सकती हैं। वक्त रहते जांच और सही पोषण से इन समस्याओं को रोका जा सकता है। सेहत पर ध्यान दें, क्योंकि यही आपकी सबसे बड़ी पूंजी है।