हाई बीपी से लेकर गठिया तक, डिप्रेशन बना सकता है शरीर को बीमार

क्या डिप्रेशन सिर्फ दिमाग को प्रभावित करता है या इसका असर पूरे शरीर पर भी पड़ता है? यह सवाल अक्सर लोगों के मन में आता है। हाल ही में हुई एक वैज्ञानिक रिसर्च में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि डिप्रेशन न सिर्फ मानसिक, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालता है।

शरीर पर डिप्रेशन का असर:
यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग, यूके के वैज्ञानिकों द्वारा की गई स्टडी के अनुसार, डिप्रेशन से पीड़ित लोगों में हाई ब्लड प्रेशर और गठिया (ऑस्टियोआर्थराइटिस) जैसी बीमारियों का खतरा 30% ज्यादा होता है।

रिसर्च में क्या निकले नतीजे?
डिप्रेशन के मरीजों में औसतन 3 शारीरिक बीमारियां पाई गईं, जबकि बिना डिप्रेशन वाले लोगों में यह संख्या 2 थी।
हर साल डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों में 0.2 नई बीमारियां जुड़ती हैं, जबकि बाकी लोगों में यह दर 0.16 थी।
सबसे ज्यादा होने वाली बीमारियां:
गठिया (15.7% बनाम 12.5%)
हाई ब्लड प्रेशर (12.9% बनाम 12%)
पेट की समस्या (13.8% बनाम 9.6%)
डिप्रेशन से क्यों बढ़ती हैं बीमारियां?
विशेषज्ञों का कहना है कि डिप्रेशन से इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे शरीर को बीमारियों से लड़ने में मुश्किल होती है।
इसके अलावा:

लगातार तनाव और चिंता शरीर में सूजन बढ़ा सकते हैं।
नींद की कमी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है।
धूम्रपान, मोटापा और शारीरिक गतिविधि की कमी डिप्रेशन को और बढ़ा सकती है।
मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का साथ में ख्याल जरूरी
शोधकर्ताओं का कहना है कि डिप्रेशन का इलाज सिर्फ मानसिक रूप से नहीं, बल्कि शारीरिक सेहत को ध्यान में रखते हुए भी किया जाना चाहिए।

योग, ध्यान और एक्सरसाइज से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है।
समय पर सोना और संतुलित आहार शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
किसी भी मानसिक परेशानी को हल्के में न लें और समय पर इलाज कराएं।
निष्कर्ष: सेहत का पूरा ख्याल रखें!
डिप्रेशन सिर्फ दिमागी समस्या नहीं, बल्कि शरीर की कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का संतुलन बनाना जरूरी है। सही लाइफस्टाइल अपनाएं, खुश रहें और सेहतमंद जीवन जिएं!

यह भी पढ़ें:

अमेरिका में भी अडानी पर पर्दा क्यों डाल रहे हैं मोदी