फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों नई सरकार के गठन के लिए प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बातचीत करेंगे। पिछले महीने संपन्न हुए संसदीय चुनावों में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था।
मैक्रों के कार्यालय ने कहा कि फ्रांस के मुख्य राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ शुक्रवार और सोमवार को एलिसी राष्ट्रपति भवन में बैठकें होंगी ताकि ‘व्यापक और सबसे स्थिर बहुमत’ की सरकार बनाने की दिशा में आगे बढ़ा जा सके। बयान में कहा गया है, ‘‘प्रधानमंत्री की नियुक्ति इन विचार-विमर्शों और उनके निष्कर्षों के बाद की जाएगी।’’
वामपंथी गठबंधन ‘न्यू पॉपुलर फ्रंट’ ने पिछले महीने चुनावों में लगभग एक-तिहाई सीट जीती थी जो किसी भी अन्य समूह की तुलना में अधिक है। मैक्रों का मध्यमार्गी गठबंधन दूसरे स्थान पर रहा और धुर दक्षिणपंथी ‘नेशनल रैली’ तीसरे स्थान पर रही।
आधुनिक फ्रांस के इतिहास में किसी भी प्रभावशाली राजनीतिक दल या गठबंधन का दबदबा न होना, संसद का त्रिशंकु होना और राजनीतिक पंगुता की स्थिति पैदा होने को एक अप्रत्याशित घटना के रूप में देखा जा रहा है।
‘न्यू पॉपुलर फ्रंट’ ने जोर देकर कहा है कि सबसे बड़े समूह के रूप में उसके उभरने के बाद प्रधानमंत्री पद पर उसका दावा सबसे मजबूत है। गठबंधन ने नौकरशाह लूसी कास्टेट्स को प्रधानमंत्री के लिए अपनी पसंद के रूप में चुना है। कास्टेट्स के बारे में लोगों को कोई खास जानकारी नहीं है।
कास्टेट्स शुक्रवार की वार्ता में ‘न्यू पॉपुलर फ्रंट’ के शीर्ष नेताओं के साथ भाग लेंगे। इनमें धुर-वामपंथी दल ‘फ्रांस अनबोव्ड’, ‘द सोशलिस्ट’ और ‘ग्रीन्स’ शामिल हैं।
मध्यमार्गी और रूढ़िवादी भी शुक्रवार को मैक्रों के साथ मिलेंगे, जबकि ‘नेशनल रैली’ के नेताओं के सोमवार को एलिसी आने की उम्मीद है।
मैक्रों ने पिछले महीने प्रधानमंत्री के रूप में कैस्टेट्स की संभावना को खारिज करते हुए एक टेलीविज़न साक्षात्कार में कहा था कि ‘मुद्दा एक राजनीतिक समूह द्वारा प्रदान किया गया नाम नहीं है’। उन्होंने इसके बजाय इस बात पर बल दिया कि उम्मीदवार को बहुमत है कि नहीं।
मैक्रों के कार्यालय ने कहा कि नए प्रधानमंत्री के लिए उनका फैसला स्थिरता सुनिश्चित करने के साथ ही इस बात पर आधारित होगा कि नई सरकार को संसद में अविश्वास मत के जरिए जल्द ही गिराया ना जा सके।
मध्यमार्गी, दक्षिणपंथी और धुर दक्षिणपंथी नेताओं ने कहा है कि वे उस सरकार को गिराने की कोशिश करेंगे जिसमें ‘फ्रांस अनबोव्ड’ पार्टी के सदस्य शामिल होंगे।
फ्रांसीसी मीडिया में प्रधानमंत्री पद के संभावित उम्मीदवारों के रूप में कुछ अन्य नामों की भी व्यापक चर्चा है। इनमें मध्य-वामपंथी नेता बर्नार्ड कैजेनोव शामिल हैं, जिन्होंने 2015 में खूनी आतंकी हमलों की एक श्रृंखला के दौरान फ्रांस के शीर्ष पुलिस अधिकारी के रूप में कार्य किया था।
जेवियर बर्ट्रेंड के नाम की भी चर्चा है। वह एक पूर्व मंत्री हैं जिन्हें फ्रांसीसी दक्षिणपंथ के भीतर अपेक्षाकृत उदारवादी माना जाता था। ब्रेक्जिट के बाद की वार्ता के लिए यूरोपीय संघ के मुख्य वार्ताकार कंजर्वेटिव नेता मिशेल बार्नियर को भी संभावित उम्मीदवार माना जा रहा है।
मैक्रों को नए प्रधानमंत्री का नाम कब घोषित करना चाहिए, इसके लिए कोई निश्चित समयसीमा नहीं है। फ्रांसीसी संविधान के अनुसार राष्ट्रपति के रूप में मैक्रों के पास ही प्रधानमंत्री घोषित करने का अधिकार है।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने पिछले महीने कहा था कि वह निवर्तमान मध्यमार्गी सरकार को ‘वर्तमान मामलों को संभालने’ के लिए पूरी तरह से कार्यवाहक भूमिका में रखेंगे, खासकर 11 अगस्त को समाप्त होने वाले ओलंपिक के दौरान।
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