गठिया में असर को ट्रिग्गर करने वाले खाद्य पदार्थ: जाने आपको इन्हें क्यों नहीं खाना चाहिए

आपने बिल्कुल सही कहा है कि कुछ खाद्य पदार्थ गठिया के रोगियों के लिए हानिकारक हो सकते हैं, खासकर सर्दियों में। आइए जानते हैं कि गठिया के रोगियों को सर्दियों में किन खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए और किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए:

गठिया के रोगियों को किन चीजों से परहेज करना चाहिए?

  • शराब: शराब से यूरिक एसिड का स्तर बढ़ता है, जिससे गठिया का दर्द बढ़ सकता है।
  • रेड मीट: रेड मीट में प्यूरीन होता है, जो यूरिक एसिड का स्तर बढ़ाता है।
  • ऑर्गन मीट: किडनी, लीवर आदि में भी प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है।
  • सीफूड: शंख, झींगा, केकड़े आदि में भी प्यूरीन होता है।
  • शुगर युक्त पेय: इनसे वजन बढ़ता है और गठिया का दर्द बढ़ सकता है।
  • प्रोसेस्ड फूड: इनमें अधिक मात्रा में सोडियम और प्रिजरवेटिव होते हैं, जो गठिया के लिए हानिकारक होते हैं।
  • बेरीज: स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी आदि में ऑक्सलेट होता है, जो गठिया के रोगियों के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • टमाटर: टमाटर में सोलेनिन होता है, जो जोड़ों में सूजन बढ़ा सकता है।
  • बैंगन: बैंगन में भी सोलेनिन होता है।
  • मिर्च: मिर्च से पाचन तंत्र खराब हो सकता है और गठिया का दर्द बढ़ सकता है।

गठिया के रोगियों के लिए क्या खाना चाहिए?

  • फल और सब्जियां: पालक, ब्रोकली, गाजर, सेब, केला आदि
  • दूध और दूध उत्पाद: दही, पनीर
  • अनाज: ब्राउन ब्रेड, ओट्स
  • मछली: सैमन, ट्यूना
  • नट्स और बीज: बादाम, अखरोट, सूरजमुखी के बीज

गठिया में आहार का महत्व

  • संतुलित आहार: संतुलित आहार लेने से शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं।
  • पानी: पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।
  • वजन नियंत्रण: अधिक वजन होने से जोड़ों पर दबाव बढ़ता है, इसलिए अपना वजन नियंत्रित रखना जरूरी है।
  • नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करने से जोड़ों की गतिशीलता बढ़ती है।
  • डॉक्टर की सलाह: किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

गठिया के लिए घरेलू उपाय

  • अदरक: अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
  • हल्दी: हल्दी में कुरकुमिन होता है जो सूजन को कम करता है।
  • तुलसी: तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखते हैं।
  • लहसुन: लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।

ध्यान दें: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे किसी भी चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा किसी डॉक्टर से सलाह लें।

अधिक जानकारी के लिए आप किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक या पोषण विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं।

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