भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा डिजिटल पेमेंट की सुविधा यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है। गूगल पे, फोन पे, पेटीएम जैसे ऐप्स यूपीआई का उपयोग कर ऑनलाइन लेनदेन करना बेहद आसान बना देते हैं। स्मार्टफोन से बैंकिंग का काम अब कुछ ही मिनटों में पूरा हो जाता है, लेकिन इसी के साथ यूपीआई फ्रॉड की घटनाएं भी बढ़ रही हैं, जिससे यूजर्स के बैंक खाते मिनटों में खाली हो जाते हैं।
NPCI और यूपीआई प्लेटफॉर्म लगातार यूजर्स को सतर्क करते रहते हैं ताकि वे इस तरह के साइबर अपराधों से बच सकें। अगर आप भी यूपीआई फ्रॉड से बचना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए 5 सुरक्षा टिप्स को जरूर अपनाएं।
यूपीआई फ्रॉड से बचने के 5 महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय:
QR कोड को ध्यान से स्कैन करें
किसी भी QR कोड को स्कैन करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि वह सही यूपीआई यूजर का है। धोखा देने वाले नकली QR कोड से सावधान रहें।
लेनदेन से पहले रिसीवर का नाम और यूपीआई आईडी जांचें
भुगतान करने से पहले रिसीवर का नाम और यूपीआई आईडी अच्छे से जांच लें ताकि पैसा सही जगह भेजा जाए।
अनजान नंबर से आने वाले SMS और रिक्वेस्ट पर विश्वास न करें
किसी अनजान नंबर से आने वाले मैसेज का जवाब न दें। कोई भी अनजान ऐप डाउनलोड करने की रिक्वेस्ट या स्क्रीन शेयरिंग का अनुरोध स्वीकार न करें।
कभी भी यूपीआई पिन साझा न करें
यूपीआई पिन किसी के साथ न बताएं। इसे केवल आधिकारिक यूपीआई ऐप में ही दर्ज करें। व्हाट्सएप या नोटबुक में भी यूपीआई पिन को सेव न करें।
केवल ट्रांजैक्शन के समय यूपीआई पिन दर्ज करें
यूपीआई पिन केवल पैसे भेजते समय ही दर्ज करें और इसे कभी भी किसी अन्य परिस्थिति में शेयर न करें।
निष्कर्ष:
इन सरल लेकिन प्रभावी सुरक्षा उपायों को अपनाकर आप यूपीआई फ्रॉड से अपने बैंक खाते को सुरक्षित रख सकते हैं। सावधानी बरतें और डिजिटल लेनदेन का आनंद सुरक्षित तरीके से लें।
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