प्रेगनेंसी में मतली और उल्टी से राहत के लिए अपनाएं ये 4 असरदार घरेलू नुस्खे

गर्भावस्था के दौरान मतली और उल्टी की समस्या आम होती है, खासकर पहली तिमाही में। इसे मॉर्निंग सिकनेस भी कहा जाता है, जो दिन के किसी भी समय हो सकती है। हार्मोनल बदलाव, गंध के प्रति संवेदनशीलता और पाचन संबंधी कारणों से यह समस्या बढ़ सकती है। हालांकि, कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

आइए जानते हैं 4 असरदार घरेलू नुस्खे, जो गर्भावस्था में मतली और उल्टी से राहत दिला सकते हैं।

1. अदरक का सेवन करें

अदरक में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-नेशिया गुण होते हैं, जो पेट को शांत करके मतली को कम करने में मदद करते हैं।

कैसे करें इस्तेमाल:

  • एक कप गर्म पानी में अदरक के टुकड़े डालकर चाय बनाएं और धीरे-धीरे पिएं।
  • ताजा अदरक का रस शहद के साथ मिलाकर एक चम्मच सेवन करें।
  • अदरक कैंडी या ड्राई अदरक का सेवन भी लाभकारी हो सकता है।

2. नींबू और पुदीना का इस्तेमाल करें

नींबू की खुशबू और इसका खट्टा स्वाद मतली को शांत करने में मदद करता है। वहीं, पुदीना पेट को ठंडक पहुंचाकर उल्टी की समस्या को कम कर सकता है।

कैसे करें इस्तेमाल:

  • ताजे नींबू का रस पानी में मिलाकर धीरे-धीरे पिएं।
  • पुदीने की पत्तियों को चबाएं या पुदीना चाय बनाकर सेवन करें।
  • नींबू की खुशबू सूंघने से भी राहत मिल सकती है।

3. संतुलित आहार लें और लंबे समय तक भूखे न रहें

खाली पेट रहने से मतली की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए छोटे-छोटे अंतराल पर हल्का और पौष्टिक आहार लेना फायदेमंद होता है।

क्या खाएं:

  • सूखे टोस्ट, क्रैकर्स या भुने हुए मखाने नाश्ते में लें।
  • केला, सेब और नारियल पानी पाचन को बेहतर बनाए रखता है।
  • तली-भुनी और मसालेदार चीजों से बचें, क्योंकि ये पेट को असहज कर सकती हैं।

4. खूब पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें

पानी की कमी से शरीर कमजोर हो सकता है और मतली की समस्या बढ़ सकती है। हाइड्रेटेड रहने से पाचन तंत्र बेहतर काम करता है और उल्टी की संभावना कम होती है।

कैसे करें इस्तेमाल:

  • दिनभर में पर्याप्त मात्रा में सादा पानी पिएं।
  • नारियल पानी, छाछ और नींबू पानी जैसे तरल पदार्थ शामिल करें।
  • एक बार में ज्यादा पानी पीने के बजाय छोटे-छोटे घूंट लेकर पिएं।

गर्भावस्था में मतली और उल्टी एक सामान्य समस्या है, लेकिन कुछ प्राकृतिक उपायों से इसे कम किया जा सकता है। अदरक, नींबू, पुदीना, संतुलित आहार और पर्याप्त पानी पीने से इस परेशानी से राहत मिल सकती है। यदि समस्या अधिक गंभीर हो, तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।