घी हमारे भारतीय भोजन का एक अहम हिस्सा है, लेकिन बाजार में मिलावटी घी की समस्या बहुत आम है। नकली घी सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। इसलिए, घी खरीदते समय सतर्क रहना बहुत जरूरी है।
नकली घी की पहचान के लिए कुछ आसान टिप्स:
- सुगंध: असली घी में एक मलाईदार और सुगंधित खुशबू होती है। नकली घी में अक्सर तेज या कृत्रिम खुशबू होती है।
- रंग: असली घी का रंग हल्का पीला होता है और यह पारदर्शी दिखता है। नकली घी का रंग गहरा पीला या सफेद हो सकता है।
- पिघलने का तापमान: असली घी कम तापमान पर पिघल जाता है और धीरे-धीरे ठंडा होता है। नकली घी अधिक तापमान पर पिघलता है और जल्दी ठंडा हो जाता है।
- झाग: असली घी को गर्म करने पर कम झाग बनता है। नकली घी में अधिक झाग बनता है।
- ठंडा होने पर: असली घी ठंडा होने पर सख्त हो जाता है और चाकू से आसानी से काटा जा सकता है। नकली घी ठंडा होने पर मुलायम रहता है और चाकू से काटने पर टूट जाता है।
- आग पर जलाकर: असली घी को आग पर जलाने पर यह धीरे-धीरे पिघलता है और हल्का धुआं निकलता है। नकली घी जल्दी पिघलता है और काला धुआं निकलता है।
- फ्रिज में रखकर: असली घी को फ्रिज में रखने पर यह सख्त हो जाता है और इसमें तेल अलग नहीं होता है। नकली घी में तेल अलग हो जाता है।
- पानी में डालकर: असली घी पानी में डालने पर तैरता रहता है और घुलता नहीं है। नकली घी पानी में घुल जाता है या नीचे बैठ जाता है।
- दूध में मिलाकर: असली घी को दूध में मिलाने पर यह दूध में घुल जाता है और दूध का रंग हल्का पीला हो जाता है। नकली घी दूध में नहीं घुलता है।
- विश्वसनीय ब्रांड: हमेशा विश्वसनीय ब्रांड के घी को खरीदें।
अन्य सावधानियां:
- घी को हमेशा एक एयरटाइट कंटेनर में रखें।
- घी को सीधी धूप से दूर रखें।
- घी को हमेशा कमरे के तापमान पर रखें।
नोट: यदि आपको लगता है कि आपने नकली घी खरीद लिया है, तो इसे खाने से बचें और अपने डॉक्टर से सलाह लें।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे किसी भी चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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