स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल बढ़ा रहा है सर्वाइकल दर्द, जानिए राहत के उपाय

आजकल स्मार्टफोन का इस्तेमाल लगभग सभी के जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे सोशल मीडिया पर स्क्रॉल करना हो, काम के मेल और नोटिफिकेशन चेक करना हो, या फिर वीडियो देखना हो, स्मार्टफोन हमारे हाथों में लगातार होता है। हालांकि, इस बढ़ते इस्तेमाल के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं भी सामने आ रही हैं, जिनमें से एक सबसे प्रमुख समस्या सर्वाइकल दर्द (Cervical Pain) है। लंबे समय तक स्मार्टफोन का उपयोग करने से गर्दन में दर्द, जकड़न और असहजता महसूस हो सकती है। आइए जानते हैं कि इस समस्या से कैसे निपटा जा सकता है और क्या उपाय किए जा सकते हैं।

स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल और सर्वाइकल दर्द
जब हम स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं, तो अक्सर हमारी गर्दन और कंधे एक ही स्थिति में लंबे समय तक बने रहते हैं। इससे गर्दन के निचले हिस्से में तनाव बढ़ता है, और सर्वाइकल स्पाइन (गर्दन की हड्डी) पर दबाव पड़ता है। यह दबाव धीरे-धीरे सर्वाइकल दर्द का कारण बन सकता है। इसके अलावा, स्मार्टफोन की छोटी स्क्रीन पर झुक कर देखने से गर्दन के मसल्स पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जो दर्द और असहजता पैदा कर सकता है।

राहत के उपाय

1. सही पोश्चर अपनाएं
स्मार्टफोन का उपयोग करते समय सही पोश्चर का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है। कभी भी अपनी गर्दन को ज्यादा झुकाकर न देखें। कोशिश करें कि फोन की स्क्रीन आंखों के स्तर पर हो, ताकि गर्दन सीधी रहे। इसके अलावा, जब आप फोन का उपयोग कर रहे हों, तो अपने कंधों को रिलैक्स रखें और पूरी पीठ को सीधा रखें।

2. नियमित रूप से गर्दन की स्ट्रेचिंग करें
गर्दन और कंधों के दर्द को कम करने के लिए नियमित रूप से गर्दन की स्ट्रेचिंग बहुत फायदेमंद हो सकती है। आप अपनी गर्दन को दाएं और बाएं झुका सकते हैं, फिर ऊपर और नीचे घुमा सकते हैं। इससे मसल्स में खिंचाव कम होगा और लचीलापन बढ़ेगा। इसे दिन में कम से कम 5-10 मिनट करें।

3. गरम या ठंडी सिकाई
गर्दन में दर्द और अकड़न को कम करने के लिए गरम या ठंडी सिकाई करना फायदेमंद हो सकता है। आप एक तौलिया को गरम पानी में भिगोकर उसे गर्दन पर रख सकते हैं, या फिर आइस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह दर्द को कम करता है और मसल्स को आराम देता है।

4. योग और प्राणायाम
योग और प्राणायाम से न सिर्फ शारीरिक दर्द में राहत मिलती है, बल्कि मानसिक तनाव भी कम होता है। विशेष रूप से, ‘भ्रामरी प्राणायाम’ और ‘कपालभाति प्राणायाम’ जैसे प्राचीन तकनीकें सर्वाइकल दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं। साथ ही, योगासनों जैसे ‘हलासन’, ‘पश्चिमोत्तानासन’ और ‘सर्वांगासन’ से भी गर्दन और पीठ के मसल्स मजबूत होते हैं।

5. आयुर्वेदिक उपाय
आयुर्वेद में सर्वाइकल दर्द के इलाज के लिए कई प्राकृतिक उपाय बताए गए हैं। आप गर्म तेल (जैसे तिल का तेल या नारियल का तेल) से गर्दन और कंधे की मालिश कर सकते हैं। मालिश से रक्त संचार बेहतर होता है और मसल्स को आराम मिलता है। इसके अलावा, अदरक और हल्दी का सेवन भी दर्द को कम करने में मदद करता है, क्योंकि दोनों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।

6. स्मार्टफोन का उपयोग कम करें
सर्वाइकल दर्द से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम है स्मार्टफोन का उपयोग कम करना। कोशिश करें कि आप अपने स्मार्टफोन का उपयोग केवल आवश्यकतानुसार करें। अगर आप लंबे समय तक फोन का इस्तेमाल करते हैं, तो बीच-बीच में ब्रेक लें और गर्दन को आराम दें।

7. सही तकिए का उपयोग करें
सोते समय गलत तकिए का इस्तेमाल भी सर्वाइकल दर्द का कारण बन सकता है। सुनिश्चित करें कि आपका तकिया आपके गर्दन और सिर के लिए सही आकार का हो, ताकि सोते समय आपकी गर्दन को अतिरिक्त दबाव न पड़े। एक अच्छा तकिया आपकी नींद की गुणवत्ता को भी बेहतर बना सकता है।

स्मार्टफोन का अत्यधिक उपयोग हमारे जीवन का हिस्सा बन चुका है, लेकिन यह हमारी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है, खासकर सर्वाइकल दर्द के रूप में। हालांकि, सही आचरण, नियमित स्ट्रेचिंग, योग और आयुर्वेदिक उपायों से आप इस समस्या को दूर कर सकते हैं और अपनी सेहत को बेहतर रख सकते हैं। अगर दर्द लगातार बना रहे तो डॉक्टर से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है।