आजकल नॉइज कैंसिलिंग हेडफोन का चलन तेजी से बढ़ा है। हर चार में से एक व्यक्ति ANC (Active Noise Cancelling) हेडफोन का इस्तेमाल कर रहा है। हालांकि, क्या आपको पता है कि यह आपकी सुनने की क्षमता और दिमागी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं?
ANC हेडफोन से बढ़ रहा खतरा!
विशेषज्ञों का कहना है कि नॉइज कैंसिलिंग हेडफोन बाहरी आवाज को पूरी तरह रोक देते हैं, जिससे दिमाग की ध्वनि पहचानने की प्राकृतिक क्षमता कमजोर हो जाती है। ऑडियोलॉजिस्ट्स के अनुसार, इससे ऑडिटरी प्रोसेसिंग डिसऑर्डर (APD) के मामले बढ़ रहे हैं। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें दिमाग को ध्वनियों और शब्दों को समझने में कठिनाई होती है।
ब्रेन फंक्शन पर असर
ब्रिटिश एकेडमी ऑफ ऑडियोलॉजी की उपाध्यक्ष क्लेयर बेंटन के अनुसार, जब हम ट्रेन या कार के हॉर्न जैसी बैकग्राउंड नॉइज को पूरी तरह ब्लॉक कर देते हैं, तो दिमाग धीरे-धीरे इन ध्वनियों को फिल्टर करने की क्षमता खोने लगता है। इससे व्यक्ति आर्टिफिशियल एनवायरमेंट में रहने लगता है और उसके दिमाग को आवाजों को पहचानने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है।
युवाओं में बढ़ी सुनने की समस्याएं
पिछले कुछ सालों में सुनने की समस्याओं के मामलों में वृद्धि हुई है। खासतौर पर युवा इससे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। कई लोग शिकायत करते हैं कि उन्हें सुनने में दिक्कत हो रही है, लेकिन जांच में उनकी सुनने की क्षमता सामान्य पाई जाती है। यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है, जिसमें दिमाग को ध्वनियों को समझने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है।
इंपीरियल कॉलेज हेल्थकेयर ट्रस्ट की ऑडियोलॉजी विशेषज्ञ अल्मेडा के अनुसार, दिमाग को विभिन्न प्रकार की ध्वनियों के संपर्क में लाना जरूरी है। इससे महत्वपूर्ण और गैर-जरूरी ध्वनियों को पहचानने की क्षमता बनी रहती है।
छात्र और किशोर सबसे ज्यादा प्रभावित
पहले न्यूरोलॉजिकल समस्याएं चोट या संक्रमण की वजह से होती थीं, लेकिन अब ANC हेडफोन भी इसका एक बड़ा कारण बन रहे हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित छात्र और किशोर हो रहे हैं, जो लंबे समय तक हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं।
कैसे बचें इस खतरे से?
क्या करें?
✔ आवाज को नियंत्रित रखें – हेडफोन की आवाज बहुत ज्यादा तेज न करें।
✔ ब्रेक लें – लंबे समय तक हेडफोन न पहनें, बीच-बीच में कानों को आराम दें।
✔ क्वालिटी हेडफोन का चयन करें – अच्छे ब्रांड और सेफ्टी फीचर्स वाले हेडफोन का ही इस्तेमाल करें।
✔ हाई और लो फ्रीक्वेंसी के बीच बैलेंस रखें – साउंड सेटिंग्स में बैलेंस बनाए रखें ताकि कानों पर अधिक दबाव न पड़े।
✔ सुनने की स्थिति सही रखें – बहुत ज्यादा शांत जगह से अचानक तेज आवाज में न जाएं।
क्या न करें?
❌ बहुत तेज आवाज में गाने ना सुनें – यह कानों पर सीधा असर डालता है।
❌ स्मॉल इयरप्लग्स का अधिक इस्तेमाल ना करें – यह कानों के लिए अधिक नुकसानदायक हो सकते हैं।
❌ सोते समय हेडफोन का इस्तेमाल न करें – इससे कानों और दिमाग पर दबाव पड़ सकता है।
❌ लगातार लंबे समय तक हेडफोन न पहनें – यह कानों की थकान बढ़ा सकता है।
❌ बेहद तेज आवाज के बाद अचानक शांति में न बैठें – इससे दिमाग को ध्वनियों को पहचानने में परेशानी हो सकती है।
अगर आप भी ANC हेडफोन का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं, तो सावधान हो जाइए! कानों और दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए इन सुझावों का पालन करें और सही तरीके से हेडफोन का इस्तेमाल करें।
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