अश्वगंधा का अधिक सेवन बना सकता है सेहत का दुश्मन, इन लोगों के लिए खास चेतावनी

आयुर्वेदिक औषधियों में अश्वगंधा का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। यह एक शक्तिवर्धक जड़ी-बूटी है जो तनाव कम करने, नींद सुधारने, और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने जैसे कई फायदों के लिए जानी जाती है। लेकिन जहां एक ओर अश्वगंधा के अनेक लाभ हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों के लिए इसका अधिक सेवन सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

इस लेख में जानिए किन लोगों को अश्वगंधा से परहेज़ करना चाहिए और क्यों इसका अधिक सेवन जोखिम भरा हो सकता है।

1. थायरॉइड के मरीज रखें सावधानी

अश्वगंधा थायरॉइड हार्मोन के स्तर को प्रभावित कर सकती है। जिन लोगों को हाइपरथायरॉइडिज्म है, उनके लिए इसका सेवन हार्मोन असंतुलन बढ़ा सकता है।

क्या करें:

  • थायरॉइड रोगी सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।
  • दवा के साथ अश्वगंधा लेने से पहले इंटरैक्शन की जानकारी लें।

2. ऑटोइम्यून डिज़ीज़ (Autoimmune Diseases) से पीड़ित लोग

रोग जैसे रुमेटॉइड अर्थराइटिस, ल्यूपस या मल्टीपल स्क्लेरोसिस से पीड़ित लोगों को अश्वगंधा से परहेज़ करना चाहिए क्योंकि यह इम्यून सिस्टम को सक्रिय कर सकता है और स्थिति बिगाड़ सकता है।

क्या करें:

  • इम्यून-बूस्टिंग दवाओं के साथ अश्वगंधा का सेवन न करें।
  • डॉक्टर की निगरानी में ही लें।

3. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं

अश्वगंधा गर्भाशय को उत्तेजित कर सकता है जिससे गर्भपात का खतरा हो सकता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए इसके असर पर स्पष्ट अध्ययन नहीं हैं।

क्या करें:

  • गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान अश्वगंधा का सेवन न करें।
  • किसी भी सप्लीमेंट को शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।

4. ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीज

अश्वगंधा का सेवन ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को घटा सकता है। यदि आप पहले से ब्लड प्रेशर या डायबिटीज की दवाएं ले रहे हैं, तो यह उनकी प्रभावशीलता को बढ़ा सकता है और लो बीपी या हाइपोग्लाइसीमिया का खतरा पैदा कर सकता है।

क्या करें:

  • नियमित मॉनिटरिंग के बिना सेवन न करें।
  • डॉक्टर से सलाह लेकर ही डोज़ तय करें।

5. सर्जरी से पहले या बाद में

अश्वगंधा का असर शरीर के न्यूरोलॉजिकल और इम्यून रिस्पॉन्स पर होता है। सर्जरी से पहले इसका सेवन शरीर की रिकवरी या दवाओं के साथ इंटरैक्शन में समस्या ला सकता है।

क्या करें:

  • सर्जरी से कम से कम 2 हफ्ते पहले अश्वगंधा का सेवन बंद कर दें।
  • सर्जन को सप्लीमेंट के बारे में जानकारी दें।

अश्वगंधा निश्चित रूप से एक प्रभावी आयुर्वेदिक औषधि है, लेकिन हर चीज़ की तरह इसका सेवन भी संतुलित मात्रा में और सही व्यक्ति को ही करना चाहिए। यदि आप ऊपर बताए गए किसी भी श्रेणी में आते हैं, तो अश्वगंधा का उपयोग शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।

सही जानकारी और सावधानी से ही कोई भी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी फायदेमंद साबित हो सकती है, अन्यथा यह आपकी सेहत के लिए जोखिम बन सकती है।