नमक हमारे भोजन का ज़रूरी हिस्सा है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स के संतुलन और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी अहम भूमिका निभाता है। लेकिन जब यही नमक जरूरत से ज्यादा खाया जाता है, तो यह धीरे-धीरे शरीर में ज़हर की तरह असर करने लगता है — खासकर किडनी पर।
आज की फास्ट फूड और प्रोसेस्ड आइटम्स से भरपूर लाइफस्टाइल में हम अनजाने में ही रोज़ की जरूरत से कहीं अधिक नमक खा रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा असर हमारी गुर्दों (किडनी) पर पड़ता है।
किडनी पर कैसे असर डालता है ज्यादा नमक?
किडनी का काम शरीर से विषैले तत्वों और अतिरिक्त पानी को बाहर निकालना होता है। लेकिन जब शरीर में नमक की मात्रा बढ़ जाती है, तो:
- ब्लड प्रेशर बढ़ता है
नमक में मौजूद सोडियम शरीर में पानी को रोकता है, जिससे ब्लड वॉल्यूम और ब्लड प्रेशर दोनों बढ़ जाते हैं। हाई ब्लड प्रेशर किडनी की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। - फिल्ट्रेशन क्षमता कम होती है
ज्यादा नमक किडनी के फिल्टर (नेफ्रॉन) पर दबाव डालता है, जिससे उनकी कार्यक्षमता धीरे-धीरे कम हो जाती है। - प्रोटीन लीकेज की संभावना
नमक के कारण किडनी के फिल्टर कमजोर हो जाते हैं और यूरिन में प्रोटीन का रिसाव होने लगता है, जो किडनी डैमेज का संकेत है। - किडनी स्टोन (पथरी) का खतरा
ज्यादा नमक यूरिन में कैल्शियम की मात्रा बढ़ा देता है, जिससे पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।
छुपे हुए नुकसान जिन पर ध्यान नहीं जाता:
- बार-बार पेशाब आना या जलन होना
- शरीर में सूजन, खासकर पैरों या आंखों के आसपास
- थकान और कमजोरी
- भूख कम लगना
- मांसपेशियों में ऐंठन
- सिरदर्द या चिड़चिड़ापन
ये लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते हैं और कई बार हम इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ये किडनी की सेहत को कमजोर करने के साफ संकेत हो सकते हैं।
कितना नमक है पर्याप्त?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एक स्वस्थ व्यक्ति को रोज़ाना 5 ग्राम (करीब 1 चम्मच) से अधिक नमक नहीं लेना चाहिए। लेकिन भारतीय डाइट में यह मात्रा अक्सर इससे दोगुनी या तिगुनी हो जाती है।
क्या करें बचाव के लिए?
- प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड से दूरी बनाएं
- खाना पकाते समय नमक की मात्रा को नियंत्रित करें
- बाहर खाने की जगह घर का ताज़ा और संतुलित भोजन लें
- लेबल पढ़ें – कई प्रोडक्ट्स में हिडन सोडियम होता है
- हर्ब्स और नींबू जैसे विकल्पों से स्वाद बढ़ाएं
- नियमित हेल्थ चेकअप कराएं, खासकर ब्लड प्रेशर और यूरिन की जांच
नमक ज़रूरी है, लेकिन सीमित मात्रा में। अगर आप चाहते हैं कि आपकी किडनी लंबे समय तक स्वस्थ और सक्रिय बनी रहे, तो आज से ही अपने नमक के सेवन पर ध्यान देना शुरू कर दें। छोटी-छोटी आदतें और सजगता आपको गंभीर बीमारियों से बचा सकती हैं।