थायराइड एक तितली के आकार की ग्रंथि है जो हमारे गले में, गले के आगे के हिस्से में होती है। यह ग्रंथि हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है यानी कि हमारी ऊर्जा का उपयोग किस तरह से होगा।
जब थायराइड ग्रंथि सही तरीके से काम नहीं करती, तो शरीर में कई समस्याएं शुरू हो जाती हैं। यह स्थिति दो तरह की हो सकती है –
- हाइपोथायरॉइडिज़्म (Hypothyroidism): जब थायराइड हार्मोन कम बनता है
- हाइपरथायरॉइडिज़्म (Hyperthyroidism): जब थायराइड हार्मोन ज़्यादा बनता हैकितने लोग प्रभावित हैं?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और कई मेडिकल रिसर्च के अनुसार, भारत में हर 10 में से 1 व्यक्ति थायराइड से प्रभावित है।
यह संख्या लगातार बढ़ रही है, खासकर महिलाओं में यह समस्या अधिक देखी जाती है।
थायराइड के सामान्य लक्षण
हाइपोथायरॉइडिज़्म के लक्षण:
- लगातार थकान और सुस्ती
- वजन बढ़ना
- ठंड लगना
- डिप्रेशन और मूड स्विंग
- बालों का झड़ना
- त्वचा का रूखा होना
- मासिक धर्म में अनियमितता
- कब्ज की शिकायत
हाइपरथायरॉइडिज़्म के लक्षण:
- अचानक वजन घटना
- दिल की धड़कन तेज होना
- घबराहट या एंग्जायटी
- हाथ कांपना
- पसीना ज़्यादा आना
- नींद की समस्या
- आंखों में सूजन या उभार
थायराइड के कारण
- आयोडीन की कमी
- आनुवंशिक कारण (Genetics)
- ऑटोइम्यून डिसऑर्डर (जैसे Hashimoto’s या Graves’ Disease)
- अत्यधिक तनाव
- हार्मोनल असंतुलन
- प्रेगनेंसी के दौरान या बाद में हार्मोन बदलाव
थायराइड की जाँच कैसे करें?
- TSH टेस्ट (Thyroid Stimulating Hormone)
- T3 और T4 लेवल की जांच
- कभी-कभी अल्ट्रासाउंड या थायराइड स्कैन की भी ज़रूरत होती है
इलाज और परहेज
इलाज:
- डॉक्टर की सलाह से नियमित दवाएं जैसे Levothyroxine
- हार्मोन बैलेंस को बनाए रखने के लिए दवाओं की डोज़ में समय-समय पर बदलाव
परहेज और लाइफस्टाइल टिप्स:
✅ आयोडीन युक्त नमक का सेवन करें
✅ तनाव कम करें – मेडिटेशन, योग करें
✅ वजन कंट्रोल में रखें
✅ रिफाइंड शुगर और प्रोसेस्ड फूड से बचें
✅ हरी सब्ज़ियाँ और फल खाएं
✅ नियमित रूप से एक्सरसाइज करें
✅ पर्याप्त नींद लें
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर आपको ऊपर दिए गए लक्षणों में से 2-3 भी लगातार महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जाँच करवाएं। थायराइड को समय रहते पकड़ना और इलाज करना बेहद जरूरी है।
थायराइड एक आम लेकिन गंभीर बीमारी है जिसे नजरअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए। सही जानकारी, नियमित जाँच और संतुलित जीवनशैली से इसे पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है।
तो सावधान रहें, सतर्क रहें – कहीं आप भी तो नहीं थायराइड के शिकार?