झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन बुधवार काे सदन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर खुलकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब से मैं जेल से बाहर आया हूं, विपक्षियों को ज्यादा ही कांटा चुभ रहा है। विपक्षियों की बहुत सारी चिंताएं हैं।
सीट पर बैठ नहीं पाते हैं। इनकी कुर्सी में कांटा है। झट से खड़े हो जाते हैं। विपक्षियों को भरपूर रूप से संतुष्ट करेंगे। इनका धरना-प्रदर्शन भी देखा, इनकी मंशा भी समझ लिया। सभी सवालों को नोट किया जा रहा है, इसका बिंदुवार जवाब दिया जायेगा। नौकरी से लेकर बाकी सारी इच्छाओं का भी इनको जवाब मिलेगा। आपलोग जरूर सुनियेगा।
मुख्यमंत्री सदन में अनंद ओझा के पेयजलापूर्ति से जुड़े एक सवाल के जवाब में खड़े हुए थे। इससे पहले अनंत ओझा और पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर के बीच साहेबगंज जलापूर्ति योजना को लेकर बहस चल रही थी। हेमंत सोरेन ने कहा कि अनंत ओझा हमारे जिले के साथी हैं। दो दिन पहले ही मैनें जलापूर्ति योजना को देखा था। 2013-14 में मैंने ही इसकी आधारशिला रखी थी। वहां पर कई समस्याएं हैं। गंगा नदी सामान्य नदी नहीं है। गंगा नदी से पानी लेने की लंबी प्रक्रिया है। देश के एक बड़े व्यापारी अडानी का भी फोन आया था। इस प्रोजेक्ट के लिए काफी डायवर्जन करना पड़ा। कई अचड़ने आयी हैं। इस विषय पर मैं संज्ञान लेता हूं। इसको मैं खुद देखूंगा। जल्द से जल्द मिलजुल कर ये काम पूरा करेंगे।
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