वजाइना की खुजली और जलन को खत्म करें इन नेचुरल नुस्खों से

वजाइना में खुजली एक आम समस्या है, जो कई महिलाओं को परेशान करती है। यह समस्या कभी-कभी इतनी बढ़ जाती है कि व्यक्ति को शर्मिंदगी महसूस होती है। वजाइना में खुजली, जलन और दर्द की समस्या 16 से 30 साल की उम्र में अधिक होती है और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं।

वजाइना में खुजली के कारण:

वजाइना इंफेक्शन:
फंगल इंफेक्शन (Yeast Infection), बैक्टीरियल इंफेक्शन और ट्रिचोमोनाइडिस (Environmental Infection) जैसे इन्फेक्शन वजाइना में खुजली का कारण हो सकते हैं।

एलर्जी:
वजाइना में एलर्जिक रिएक्शन भी खुजली का कारण बन सकता है।

स्किन समस्या:
स्किन के रिएक्शन, डर्माटाइटिस या अन्य स्किन से जुड़ी समस्याएं भी इचिंग का कारण बन सकती हैं।

डायबिटीज:
डायबिटीज के मरीजों में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है, जो वजाइना में खुजली का कारण बन सकते हैं।

वजाइना में खुजली से राहत पाने के घरेलू उपाय:

दही (Curd):
दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स आपकी वजाइना के संतुलन को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। एक गिलास दही को वजाइना पर लगाएं और 15-20 मिनट बाद धो लें।

नीम का पानी (Neem Water):
नीम के पानी से बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन से राहत मिल सकती है। एक गिलास पानी में नीम के पत्ते उबालकर इस पानी से वजाइना को साफ करें।

तुलसी (Holy Basil):
तुलसी के पत्तों को पीसकर उनका रस निकालें और इसे वजाइना पर लगाएं। तुलसी के रस में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।

तेजपत्ता (Bay Leaves):
एक कप पानी में तेज पत्ता उबालें। जब पानी आधा रह जाए, तो इसे ठंडा करके वजाइना को साफ करें। तेज पत्ते में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो इंफेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं।

सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar):
एक बड़ा चम्मच सेब का सिरका एक गिलास पानी में मिलाकर वजाइना पर लगाएं। 15-20 मिनट रखने के बाद धो लें। सेब के सिरके में एंटीफंगल गुण होते हैं, जो इंफेक्शन को कम करने में मदद करते हैं।

सावधानी:
इन घरेलू उपायों का प्रयोग करने से पहले, डॉक्टर या गाइनेकोलॉजिस्ट से सलाह जरूर लें।

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