बांगलादेश में अंडे की कीमत ने तोड़ी सारी सीमाएँ, चिकन हो गया सस्ता

बांगलादेश में इस वक्त सब कुछ उल्टा-पुल्टा हो रहा है। वहां आमतौर पर सस्ता माना जाने वाला अंडा अब महंगा हो गया है, जबकि चिकन सस्ता हो गया है और आम आदमी के लिए यह अब जेब के हिसाब से सही विकल्प बन गया है। ढाका की प्रमुख सब्ज़ी मंडियों जैसे रामपुरा, मलिबाग, खिलगांव, टालतला और शेजुनबागीचा में शुक्रवार सुबह का हाल कुछ बदला-बदला सा नजर आया।

अंडे की कीमत में 10 टका का उछाल, चिकन सस्ता हुआ

एक हफ्ते में अंडों के दाम में 10 टका प्रति दर्जन की बढ़ोतरी हो गई है, जबकि ब्रॉयलर चिकन की कीमत में 10 से 20 टका की गिरावट आई है। जहां एक समय अंडा सस्ता प्रोटीन माना जाता था, वहीं अब यह आम आदमी की जेब से बाहर होता दिख रहा है। अब बड़े बाजारों में अंडे 140 टका प्रति दर्जन बिक रहे हैं, जबकि मोहल्लों में यह 145 टका प्रति दर्जन तक जा पहुंचे हैं।

मलिबाग मार्केट में अंडों के थोक विक्रेता अबुल हुसैन बताते हैं कि कई महीनों से किसान नुकसान में थे, इस बार अगर दाम थोड़े बढ़े हैं तो यह उनके लिए जरूरी था। उन्होंने बताया कि बारिश के मौसम में अंडों के दाम अक्सर बढ़ जाते हैं, लेकिन इस बार दाम काफी समय तक नीचे बने रहे।

चिकन बना सस्ता विकल्प

अंडे के महंगे होने के बाद अब चिकन आम आदमी के लिए सस्ता प्रोटीन बन गया है। ब्रॉयलर चिकन अब 160 से 180 टका प्रति किलो बिक रहा है, जो पिछले सप्ताह की तुलना में 10-20 टका कम है। यह एक अच्छी खबर है, खासकर उन लोगों के लिए जो प्रोटीन के लिए चिकन पर निर्भर रहते हैं।

सब्ज़ियों के दाम में उतार-चढ़ाव

सब्ज़ियों की कीमतें अब भी ऊंचाई पर बनी हुई हैं, हालांकि कुछ सब्ज़ियाँ जैसे परवल और ढेंढस 40-60 टका प्रति किलो में बिक रही हैं। चिचिंगा, झींगा, करौंदा, उस्ता, बैंगन और बर्बटी 50-60 टका प्रति किलो के बीच बिक रही हैं। गर्मी की सब्ज़ियों की सप्लाई बढ़ने से कुछ राहत मिली है, लेकिन बारिश होने पर कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं।

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