चाहे आप अंडा खाते हों या नहीं, लेकिन इसके जबरदस्त फायदों को जानकर आप इसके फैन जरूर बन जाएंगे। इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित डॉ. अम्बरीश के आर्टिकल के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों के लिए अंडा नुकसानदेह नहीं, बल्कि यह उन्हें पोषण देने वाला एक हेल्दी ऑप्शन है।
क्यों कहा जाता है अंडे को ‘सुपरफूड’?
अंडे को अक्सर सुपरफूड या कंप्लीट फूड कहा जाता है क्योंकि इसमें लगभग हर जरूरी पोषक तत्व पाया जाता है – खासकर प्रोटीन, विटामिन B2, B12, और अच्छी क्वालिटी का फैट। अंडे की जर्दी (पीला हिस्सा) में मौजूद फैट से कॉलेस्ट्रोल नहीं बढ़ता, जैसा कि पहले माना जाता था।
डायबिटीज में अंडा खाना – फायदे ही फायदे
डॉ. अम्बरीश के मुताबिक, डायबिटीज के मरीजों को अपनी कुल कैलोरी का 15-20% हिस्सा प्रोटीन से लेना चाहिए। अंडा इसके लिए बेहतरीन विकल्प है। इसमें कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है, इसलिए यह टाइप-1 और टाइप-2 दोनों डायबिटीज में फायदेमंद है।
क्या अंडे से बढ़ता है कॉलेस्ट्रोल?
यह सबसे बड़ा भ्रम है। एक अंडे में लगभग 200 मिलीग्राम कॉलेस्ट्रोल होता है, लेकिन रिसर्च कहती है कि अंडा खाने से ब्लड शुगर या दिल की बीमारियों का खतरा नहीं बढ़ता।
DIABEGG नामक अध्ययन के अनुसार, हफ्ते में 12 अंडे खाने पर भी ब्लड ग्लूकोज, इंसुलिन और कॉलेस्ट्रोल लेवल पर कोई असर नहीं पड़ा।
पोषक तत्वों से भरपूर है अंडा
एक औसत अंडे (लगभग 58 ग्राम) में:
70 कैलोरी
6 ग्राम प्रोटीन
4.6 ग्राम फैट (जिसमें 20% सैचुरेटेड)
कम कार्बोहाइड्रेट
विटामिन A, D, B2, B12
फास्फोरस, आयोडीन, सेलेनियम जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं।
प्रोटीन की पूर्ति में कैसे मदद करता है अंडा?
ICMR के अनुसार, हर व्यक्ति को अपने शरीर के वजन (किलो) के बराबर ग्राम में प्रोटीन की जरूरत होती है।
उदाहरण के लिए, 50 किलो के व्यक्ति को 40-50 ग्राम प्रोटीन चाहिए।
2 अंडे खाने पर 12 ग्राम प्रोटीन मिलती है, जो रोज की जरूरत का एक बड़ा हिस्सा है।
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