आजकल के तेज़ और व्यस्त जीवनशैली में 35 की उम्र के बाद फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याएं आम हो गई हैं। महिलाएं और पुरुष दोनों ही इस समस्या से प्रभावित हो सकते हैं। उम्र बढ़ने के साथ फर्टिलिटी पर असर पड़ता है, क्योंकि महिला और पुरुष दोनों के शरीर में हार्मोनल बदलाव आने लगते हैं। हालांकि, सही खानपान और जीवनशैली के साथ इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।
इस लेख में, हम आपको ऐसी चीजों के बारे में बताएंगे जिन्हें आप अपने आहार में शामिल करके फर्टिलिटी बढ़ा सकते हैं और कंसीव करने में आने वाली समस्याओं को कम कर सकते हैं।
1. फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी, और ब्रोकली को आहार में शामिल करना बेहद फायदेमंद है। ये सब्जियां फोलेट (Folate) से भरपूर होती हैं, जो महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए फर्टिलिटी को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। फोलेट न केवल अंडाणु की गुणवत्ता बढ़ाता है, बल्कि पुरुषों के शुक्राणुओं की गतिशीलता को भी सुधारता है।
ब्रोकली और पालक जैसे खाद्य पदार्थ एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देते हैं।
2. विटामिन-सी युक्त फल और सब्जियां
विटामिन-सी फर्टिलिटी को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पुरुषों के शुक्राणुओं की गुणवत्ता को सुधारता है और महिलाओं के अंडाणु को स्वस्थ रखने में मदद करता है। संतरा, नींबू, अमरूद, और स्ट्रॉबेरी जैसे फल विटामिन-सी का बेहतरीन स्रोत हैं।
विटामिन-सी एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है, जो शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है और हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है। यह महिलाओं के लिए पीरियड्स को नियमित करने में भी सहायक हो सकता है।
3. फर्टिलिटी के लिए प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ
प्रोटीन फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी है। पौधे आधारित प्रोटीन जैसे दालें, चने, और सोयाबीन फर्टिलिटी को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं। साथ ही, नॉन-वेजिटेरियन लोग मछली, अंडे, और चिकन को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
मछली, विशेष रूप से सैल्मन और ट्यूना, ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड महिलाओं में ओवुलेशन (अंडोत्सर्जन) प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं और पुरुषों में शुक्राणुओं की गुणवत्ता को सुधारते हैं।
4. नट्स और सीड्स का सेवन करें
बादाम, अखरोट, और अलसी के बीज (फ्लैक्स सीड्स) फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए बेहद लाभकारी होते हैं। इनमें जिंक, सेलेनियम, और ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
अखरोट टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है, जबकि अलसी के बीज महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने में सहायक होते हैं। सूरजमुखी के बीज भी विटामिन-ई का एक अच्छा स्रोत हैं, जो महिलाओं और पुरुषों दोनों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है।
5. फर्टिलिटी के लिए फुल-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स
फुल-फैट दूध, दही, और पनीर जैसे डेयरी उत्पाद महिलाओं की ओवुलेशन समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं। रिसर्च के अनुसार, फुल-फैट डेयरी उत्पादों का सेवन करने से महिलाओं में प्रजनन क्षमता बेहतर होती है।
दूध और दही में कैल्शियम के साथ-साथ विटामिन-डी भी होता है, जो प्रजनन हार्मोन के उत्पादन को बढ़ावा देता है।
6. साबुत अनाज का सेवन
साबुत अनाज जैसे ओट्स, ब्राउन राइस, और क्विनोआ फर्टिलिटी को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। ये खाद्य पदार्थ कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स का अच्छा स्रोत हैं, जो इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
साबुत अनाज हार्मोनल संतुलन बनाए रखने और महिलाओं के पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) जैसी समस्याओं को कम करने में भी मददगार हैं।
7. जिंक और आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ
जिंक और आयरन जैसे खनिज प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। जिंक पुरुषों में शुक्राणु उत्पादन को बढ़ावा देता है, जबकि आयरन महिलाओं के मासिक चक्र को नियमित करने में सहायक होता है।
जिंक के लिए कद्दू के बीज, मूंगफली, और सीफूड का सेवन करें। आयरन के लिए पालक, बीन्स, और हरी सब्जियां खाएं।
8. फर्टिलिटी के लिए हाइड्रेटेड रहें
शरीर में पानी की कमी से फर्टिलिटी पर असर पड़ सकता है। शरीर को हाइड्रेटेड रखना बेहद जरूरी है, ताकि ओवुलेशन प्रक्रिया ठीक से हो सके। हर दिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।
9. कैफीन और अल्कोहल से बचें
कैफीन और अल्कोहल का अधिक सेवन प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है। रिसर्च बताती है कि अधिक कैफीन का सेवन महिलाओं में ओवुलेशन प्रक्रिया को बाधित कर सकता है और पुरुषों में शुक्राणुओं की गुणवत्ता को कम कर सकता है।
10. एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर फल और सब्जियां
ब्लूबेरी, ग्रीन टी, और गाजर जैसे खाद्य पदार्थ एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं। ये फ्री रेडिकल्स से शरीर की रक्षा करते हैं और प्रजनन अंगों को स्वस्थ रखते हैं।
जीवनशैली में बदलाव भी है जरूरी
सिर्फ खानपान ही नहीं, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद करता है। नियमित व्यायाम, तनाव को कम करना, और पर्याप्त नींद लेना बेहद जरूरी है।
निष्कर्ष
35 की उम्र के बाद फर्टिलिटी को बेहतर बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सही खानपान और जीवनशैली के साथ इसे नियंत्रित किया जा सकता है। अपने आहार में हरी सब्जियां, नट्स, साबुत अनाज, और फुल-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल करें। साथ ही, कैफीन और अल्कोहल से दूरी बनाएं और अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखें।
याद रखें, स्वस्थ शरीर और मन से ही स्वस्थ परिवार की शुरुआत होती है। अगर आप कंसीव करने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें।