भारत में बच्चों में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है। द लैंसेट जर्नल की 2021 में आई रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 33 मिलियन बच्चे डायबिटीज का शिकार हैं और हर साल ये आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। बच्चों में मोटापा कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। डायबिटीज, हृदय रोग, अस्थमा, और कैंसर जैसी बीमारियां मोटापे के कारण बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं मोटापे के कारणों और इसे नियंत्रित करने के उपायों के बारे में।
मोटापे से होने वाली बीमारियां
हृदय रोग: मोटापे से हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है।
अस्थमा: बढ़े हुए वजन से सांस की नली पर दबाव पड़ता है, जिससे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और सोओपीडी जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
कैंसर: मोटापे से शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ता है, जो कैंसर का कारण बन सकता है। पेट के कैंसर का खतरा मोटापे के कारण अधिक होता है।
बच्चों में मोटापा बढ़ने के कारण
गलत खानपान: आजकल बच्चों को फास्ट फूड, जंक फूड और मीठे पदार्थ पसंद हैं, जो मोटापे का मुख्य कारण बनते हैं। फास्ट फूड में मैदा और रसायन होते हैं, जो शरीर में चर्बी बढ़ाते हैं।
लाइफस्टाइल: आजकल के बच्चे फोन और सोशल मीडिया में ज्यादा समय बिताते हैं, जिससे वे शारीरिक गतिविधियों से दूर होते जा रहे हैं। लंबे समय तक बैठने से वजन बढ़ता है।
जेनेटिक कारण: कुछ मामलों में बच्चों में मोटापा जेनेटिक कारणों से भी बढ़ सकता है।
बच्चों में मोटापे को कैसे नियंत्रित करें?
स्वस्थ आहार: बच्चों को फल, सब्जियां, साबुत अनाज और पौष्टिक आहार दें। जंक फूड, चिप्स और कुकीज से बचने की कोशिश करें।
नियमित शारीरिक गतिविधि: बच्चों को रोजाना खेलकूद, दौड़, साइक्लिंग, और अन्य एक्सरसाइज करवाएं।
स्क्रीन टाइम को सीमित करें: बच्चों को टीवी, वीडियो गेम्स और मोबाइल का समय सीमित करें ताकि वे बाहर खेल सकें और शारीरिक गतिविधियों में शामिल हो सकें।
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