दिल्ली में 4.0 तीव्रता का भूकंप, सोते हुए जागे लोग

दिल्ली-NCR में सुबह 5:36 बजे भूकंप के तेज झटकों ने लोगों को नींद से जगा दिया। बेड, खिड़कियां और दरवाजे जोर से हिलने लगे, जिससे लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए। रिक्टर स्केल पर 4.0 तीव्रता का यह भूकंप काफी तेज महसूस हुआ, हालांकि किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं आई।

दिल्ली के धौला कुआं में था भूकंप का केंद्र
भूकंप का एपिसेंटर दिल्ली के धौला कुआं में 5 किलोमीटर की गहराई पर था, जिससे झटके दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद तक महसूस किए गए। लोगों का कहना है कि झटके इतने तेज थे कि कुछ सेकंड के लिए ऐसा लगा जैसे धरती हिल रही हो।

दिल्ली भूकंप के खतरे में क्यों?
दिल्ली सिस्मिक ज़ोन IV में आती है, जो उच्च जोखिम वाले इलाकों में शामिल है। दिल्ली के साथ उत्तराखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और पंजाब के कुछ हिस्से भी इसी जोन में आते हैं। यहां भूकंप की तीव्रता 6 से 6.9 तक हो सकती है, जिससे बड़े नुकसान की संभावना रहती है।

इतिहास गवाह है, कई बार कांपी है राजधानी!
दिल्ली और इसके आसपास पिछले कई दशकों में कई बड़े भूकंप महसूस किए गए हैं।

23 जनवरी 2024: चीन में आए 7.2 तीव्रता के भूकंप से दिल्ली तक झटके महसूस हुए।
11 जनवरी 2024: अफगानिस्तान में 6.1 तीव्रता के भूकंप से दिल्ली कांपी।
10 अप्रैल 2020: 3.4 तीव्रता के भूकंप ने राजधानी को झकझोर दिया।
26 जनवरी 2001: गुजरात के 8.1 तीव्रता वाले भुज भूकंप का असर दिल्ली तक महसूस हुआ।
27 अगस्त 1960: दिल्ली कैंट और गुरुग्राम के बीच 4.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे लाल किला और राष्ट्रपति भवन तक को नुकसान हुआ था।
पीएम मोदी ने की सतर्कता की अपील
भूकंप के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से शांत, सतर्क और सुरक्षित रहने की अपील की। उन्होंने X (ट्विटर) पर लिखा, “दिल्ली और आसपास के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। सभी नागरिक सतर्क रहें और सुरक्षा सावधानियों का पालन करें। अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।”

क्या दिल्ली में आ सकता है बड़ा भूकंप?
विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली-NCR एक उच्च भूकंपीय जोन में आता है, जहां भविष्य में तेज भूकंप आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। सरकार और नागरिकों को मिलकर पहले से ही सतर्कता और बचाव के उपाय अपनाने होंगे।

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