सोंठ या सूखी अदरक सदियों से आयुर्वेद में पेट की विभिन्न समस्याओं के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में इस्तेमाल की जाती रही है। इसका तीखा और गर्म स्वभाव इसे पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद बनाता है। आइए जानते हैं कि सोंठ पेट की समस्याओं में कैसे फायदेमंद होती है:
सोंठ के 7 अद्भुत फायदे:
- पाचन शक्ति को मजबूत बनाता है: सोंठ पाचन रसों के स्राव को बढ़ाकर भोजन को पचाने में मदद करती है। यह अपच, गैस और सूजन जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है।
- अजीर्ण से राहत: सोंठ पेट में होने वाली ऐंठन और दर्द को कम करके अजीर्ण से राहत दिलाती है।
- एसिडिटी को कम करता है: सोंठ पेट में एसिड के उत्पादन को नियंत्रित करके एसिडिटी और heartburn से राहत दिलाती है।
- कब्ज से राहत: सोंठ आंतों की गतिविधि को बढ़ाकर कब्ज से राहत दिलाती है।
- इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) में लाभदायक: सोंठ IBS के लक्षणों जैसे कि पेट में दर्द, गैस और दस्त को कम करने में मदद कर सकती है।
- जी मिचलाने और उल्टी को रोकता है: सोंठ जी मिचलाने और उल्टी को रोकने में प्रभावी है।
- बैक्टीरिया और वायरस से लड़ता है: सोंठ में एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं जो पेट के संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
सोंठ का सेवन कैसे करें:
- सोंठ का पानी: एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच सोंठ का पाउडर मिलाकर दिन में दो बार पिएं।
- सोंठ का चाय: चाय में सोंठ का पाउडर मिलाकर पिएं।
- खाना पकाते समय: सब्जियों या दाल में सोंठ का पाउडर मिलाकर पकाएं।
सावधानी:
- गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सोंठ का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- अधिक मात्रा में सोंठ का सेवन करने से जलन हो सकती है।
निष्कर्ष:
सोंठ एक प्राकृतिक और सुरक्षित उपचार है जो पेट की विभिन्न समस्याओं से राहत दिला सकता है। हालांकि, किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए किसी भी जड़ी बूटी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के विकल्प के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।
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