जरूरत से ज्यादा दूध पीने से हो सकती हैं ये गंभीर समस्याएं, जानें क्यों होना चाहिए सावधान

दूध एक पोषक तत्वों से भरपूर पेय है, जिसे हम बचपन से लेकर बड़ों तक के लिए एक स्वस्थ आहार का हिस्सा मानते आए हैं। इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन D और कई अन्य पोषक तत्व होते हैं जो हड्डियों और शरीर की अन्य महत्वपूर्ण क्रियाओं के लिए फायदेमंद होते हैं। हालांकि, दूध का अत्यधिक सेवन भी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। जानते हैं कि अधिक दूध पीने से कौन सी समस्याएं हो सकती हैं और क्यों हमें इस बात पर ध्यान देना चाहिए।

1. वजन बढ़ सकता है

दूध में वसा और कैलोरी की अच्छी खासी मात्रा होती है, खासकर अगर आप फुल-फैट दूध का सेवन कर रहे हैं।

समस्या:

  • जरूरत से ज्यादा दूध पीने से शरीर में अतिरिक्त कैलोरी और वसा का संचय हो सकता है, जो वजन बढ़ने का कारण बन सकता है।
  • यदि आप वजन घटाने के प्रयास कर रहे हैं, तो दूध का अत्यधिक सेवन इसके लक्ष्य को हासिल करने में बाधा डाल सकता है।

2. पाचन में समस्या हो सकती है

दूध का अत्यधिक सेवन खासकर लैक्टोज़ असहिष्णुता (lactose intolerance) वाले व्यक्तियों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।

समस्या:

  • दूध में लैक्टोज नामक शर्करा होती है, जिसे कुछ लोग सही से पचा नहीं पाते। ऐसे में, जरूरत से ज्यादा दूध पीने से गैस, पेट में ऐंठन, सूजन और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • लंबे समय तक इस प्रकार की समस्याएं बने रहने पर पेट में अल्सर या अन्य गंभीर पाचन समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

3. किडनी पर दबाव पड़ सकता है

दूध में कैल्शियम और फास्फोरस जैसे खनिज पाए जाते हैं, लेकिन इनका अत्यधिक सेवन किडनी पर दबाव डाल सकता है।

समस्या:

  • अधिक दूध पीने से शरीर में कैल्शियम का स्तर बढ़ सकता है, जो किडनी में पथरी (kidney stones) का कारण बन सकता है।
  • अत्यधिक कैल्शियम का सेवन किडनी के कार्य को प्रभावित कर सकता है, जिससे किडनी में समस्याएं हो सकती हैं।

4. हार्मोनल असंतुलन

दूध में हार्मोन होते हैं, जो गायों के दूध में स्वाभाविक रूप से पाए जाते हैं। हालांकि, ज्यादा दूध का सेवन कुछ लोगों में हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है।

समस्या:

  • दूध में मौजूद कुछ हार्मोन जैसे IGF-1 (Insulin-like Growth Factor) शरीर में हार्मोनल असंतुलन उत्पन्न कर सकते हैं, जो एक्जिमा, मुंहासे (acne) और अन्य त्वचा समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
  • हार्मोनल असंतुलन महिलाओं में मासिक धर्म (periods) की समस्याएं और पुरुषों में हार्मोन संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकता है।