सावन का पवित्र महीना भगवान शिव की भक्ति और व्रत रखने का समय है। व्रत के दौरान, निर्जलीकरण और कमजोरी आम समस्याएं हैं। इनसे बचने के लिए, पानी पीना अत्यंत महत्वपूर्ण है। लेकिन, केवल पानी ही पर्याप्त नहीं है। कुछ पौष्टिक पेय पदार्थ भी ऊर्जावान रहने में मदद कर सकते हैं।
1. नारियल पानी:
- नारियल पानी प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है, जो निर्जलीकरण को रोकने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।
- यह पोटेशियम का भी अच्छा स्रोत है, जो मांसपेशियों की ऐंठन को रोकने में मदद करता है।
2. छाछ:
- छाछ एक ताज़ा और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने वाला पेय है।
- यह दही से बना होता है, जो प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत है।
- छाछ में पुदीना और जीरा भी मिलाया जा सकता है, जो पाचन में सुधार करते हैं और पेट को ठंडा रखते हैं।
3. तुलसी का पानी:
- तुलसी अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है।
- तुलसी का पानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।
- यह तनाव को कम करने और मन को शांत करने में भी मददगार होता है।
4. लेमनग्रास चाय:
- लेमनग्रास चाय एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाता है।
- यह पाचन को बेहतर बनाने और पेट फूलने से राहत दिलाने में भी मदद करती है।
- लेमनग्रास चाय में पुदीना और अदरक भी मिलाया जा सकता है, जो स्वाद को बढ़ाते हैं और पाचन में सुधार करते हैं।
इन 4 ड्रिंक्स के अलावा, आप फलों का रस भी पी सकते हैं, जैसे कि संतरा, पपीता, और तरबूज। ध्यान दें कि चाय और कॉफी से बचें, क्योंकि इनमें कैफीन होता है, जो निर्जलीकरण बढ़ा सकता है।
सावन के व्रत के दौरान पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीना महत्वपूर्ण है। यह आपको ऊर्जावान रहने और निर्जलीकरण से बचने में मदद करेगा।
यह भी पढ़ें:-
यूरिक एसिड कम करने के लिए बेहतरीन आहार विकल्प अपनाएं, मिलेगा फायदा