क्या रोजाना जूस पीने से डायबिटीज कंट्रोल होता है? जाने क्या है सच्चाई

डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है जिसके प्रबंधन के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और अक्सर दवाओं की आवश्यकता होती है। कोई भी एकल खाद्य पदार्थ या जूस इस बीमारी का इलाज नहीं कर सकता।

क्यों नहीं है यह पूरी तरह सच?

  • रक्त शर्करा का स्तर कई कारकों से प्रभावित होता है: केवल जूस ही नहीं, बल्कि कार्बोहाइड्रेट का सेवन, शारीरिक गतिविधि, तनाव और दवाएं भी रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित करती हैं।
  • अधिकांश फलों के रस में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाली शर्करा होती है: भले ही ये रस प्राकृतिक हों, लेकिन इनमें भी शर्करा होती है जो रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकती है।
  • फाइबर का अभाव: पूरे फल में फाइबर होता है जो रक्त शर्करा को धीरे-धीरे बढ़ने में मदद करता है। लेकिन जब फल का रस निकाला जाता है, तो फाइबर हट जाता है, जिससे रक्त शर्करा में तेजी से वृद्धि हो सकती है।

डायबिटीज के मरीजों के लिए क्या बेहतर है?

  • पूरे फल: पूरे फल में फाइबर होता है जो रक्त शर्करा को स्थिर रखने में मदद करता है।
  • संतुलित आहार: विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जिसमें सब्जियां, फल, साबुत अनाज, और दुबला प्रोटीन शामिल हों।
  • नियमित व्यायाम: व्यायाम रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • दवाएं: डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं लेना बहुत जरूरी है।

कौन से जूस सावधानी से पीने चाहिए?

  • फलों के रस: इनमें प्राकृतिक शर्करा होती है, इसलिए इन्हें सीमित मात्रा में पिएं और हमेशा पूरे फल को प्राथमिकता दें।
  • पैक्ड जूस: इनमें अक्सर अतिरिक्त चीनी और संरक्षक होते हैं, इसलिए इनसे बचें।

निष्कर्ष:

डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है और इसका प्रबंधन एक जटिल प्रक्रिया है। किसी भी आहार परिवर्तन को अपने डॉक्टर से चर्चा करने के बाद ही करना चाहिए।

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