सांस की तकलीफ में रात की नींद उड़ी रहती है? अपनाएं ये आसान उपाय और चैन की नींद लें

अस्थमा (Asthma), सीओपीडी (COPD) और सांस से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को रात में अच्छी नींद नहीं आती।
बार-बार नींद खुलना, छाती में भारीपन, नाक बंद होना, खांसी और सांस फूलने जैसी समस्याएं इस नींद में खलल डालती हैं।
ऐसे में नींद पूरी न होने से दिनभर थकान, चिड़चिड़ापन और ऊर्जा की कमी महसूस होती है।

लेकिन कुछ प्राकृतिक उपायों, जीवनशैली में बदलाव और घरेलू तकनीकों से इस परेशानी को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

🥗 1. हेल्दी डाइट लें – फेफड़े रहेंगे मजबूत, नींद बनेगी गहरी
अपने खाने में फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन शामिल करें।

इससे फेफड़ों की ताकत बढ़ती है और शरीर को पर्याप्त पोषण मिलता है, जो नींद में सहायक होता है।

💧 2. खुद को हाइड्रेटेड रखें – सांस तंत्र को मिले आराम
दिन भर भरपूर पानी पिएं।

अच्छी नींद के लिए फेफड़ों और गले का हाइड्रेट रहना जरूरी है।

सूप, नारियल पानी, हर्बल ड्रिंक जैसे तरल पदार्थ भी मददगार हैं।

🧘 3. रोजाना करें व्यायाम – फेफड़ों की सेहत सुधरेगी
नियमित योग, प्राणायाम या हल्की एक्सरसाइज करें।

इससे सांस की क्षमता बढ़ती है और स्लीप क्वालिटी बेहतर होती है।

🫁 4. फेफड़ों की एक्सरसाइज – गहरी सांस लें, चैन की नींद लें
हर दिन 5–10 मिनट तक गहरी और नियंत्रित सांस लेने की प्रैक्टिस करें।

इससे ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है और नींद में रुकावट कम होती है।

🌫 5. सोने से पहले लें भाप – नाक खुलेगी, नींद आएगी
भाप लेने से नाक की रुकावट और बंदी दूर होती है।

गर्म पानी में नीलगिरी तेल डालकर भाप लेना और भी असरदार होता है।

🍵 6. हर्बल चाय पिएं – रात की बेचैनी होगी दूर
अदरक, मुलेठी या थाइम की हर्बल टी पीने से सांस की तकलीफ कम होती है।

इससे गले को आराम और नींद को सहारा मिलता है।

🚫 7. धुएं और प्रदूषण से बचें – नींद पर बुरा असर न हो
बाहर निकलते समय मास्क पहनें।

सिगरेट का धुआं, परफ्यूम, अगरबत्ती या कोई भी तेज गंध अस्थमा को ट्रिगर कर सकती है।

इनसे दूरी बनाकर रखें।

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