क्या ब्रेस्टफीडिंग से बढ़ता है बच्चे का वजन? जानिए सच्चाई

मां का दूध शिशु के लिए सबसे पौष्टिक, सुरक्षित और संपूर्ण आहार माना जाता है। यह न सिर्फ बच्चे के विकास में अहम भूमिका निभाता है, बल्कि उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मज़बूत करता है। स्तनपान से बच्चे के एंजाइम्स और इम्युनिटी बेहतर होती है, साथ ही मां की सेहत को भी कई फायदे मिलते हैं।

❓ क्या मां का दूध बच्चे का वजन बढ़ाता है?
इस पर सीधे तौर पर कोई वैज्ञानिक शोध नहीं हुआ है, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि मां का दूध वजन बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि बच्चे को हेल्दी और एक्टिव रखने के लिए होता है। इसमें वो सभी जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो बच्चे के मस्तिष्क और शरीर के समुचित विकास में मदद करते हैं।
हालांकि फार्मूला मिल्क की तुलना में मां का दूध पीने वाले बच्चों में मोटापा कम देखा गया है।

✅ स्तनपान के फायदे – शिशु के लिए
🍼 त्वचा को मॉइश्चराइज रखता है

💪 हड्डियों को बनाता है मजबूत

🚼 डायपर रैश और एलर्जी से बचाता है

🩹 चोट या घाव जल्दी भरने में मदद करता है

🛡️ बाहरी प्रदूषण और इंफेक्शन से सुरक्षा

🧠 ओमेगा-3, 6 फैटी एसिड्स, प्रोटीन, कैल्शियम और गुड फैट्स की पूर्ति

👩‍🍼 स्तनपान के फायदे – मां के लिए
🤱 हार्मोनल बैलेंस में मदद

😌 स्ट्रेस और मानसिक थकावट में राहत

⚖️ वजन को कंट्रोल करने में सहायक

🎗️ ओवरी कैंसर के खतरे को कम करता है

📌 निष्कर्ष:
मां का दूध केवल एक भोजन नहीं, बल्कि बच्चे की जिंदगी की मजबूत नींव है। यह न सिर्फ पोषण देता है, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव भी बनाता है। मां के दूध का हर एक बूंद, बच्चे की सेहत और मां की भलाई का प्रतीक है।

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