आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में चाय, कॉफी और सिगरेट जैसे चीज़ें दिन की शुरुआत का हिस्सा बन चुकी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये आदतें धीरे-धीरे एसिडिटी जैसी तकलीफ को जन्म देती हैं? एसिडिटी यानी पेट में गैस, जलन, खट्टी डकारें और कभी-कभी सीने में तेज़ जलन — ये सब संकेत होते हैं कि आपकी पाचन क्रिया गड़बड़ है।
अगर आप भी चाय, कॉफी या सिगरेट के चलते एसिडिटी से परेशान हैं, तो परेशान न हों। यहां कुछ असरदार घरेलू नुस्खे दिए गए हैं, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के आपको राहत दे सकते हैं।
एसिडिटी क्यों होती है?
जब पेट में एसिड (अम्ल) जरूरत से ज़्यादा बनने लगता है, तो वह पेट की परत को चुभने लगता है और इससे जलन या बेचैनी होती है। चाय, कॉफी और सिगरेट में मौजूद कैफीन और निकोटीन पेट की अम्लीयता को बढ़ाते हैं।
एसिडिटी से राहत के 6 असरदार घरेलू नुस्खे
1. सौंफ का पानी
सौंफ में मौजूद एंटी-एसिड गुण पाचन क्रिया को सुधारते हैं।
कैसे लें:
1 चम्मच सौंफ रातभर एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट इसे छानकर पिएं।
2. ठंडा दूध
दूध पेट की परत को ठंडक पहुंचाता है और एसिड को न्यूट्रल करता है।
कैसे लें:
1/2 गिलास ठंडा (फुल क्रीम) दूध बिना चीनी के पिएं। ज्यादा असर तब होता है जब इसे खाली पेट लिया जाए।
3. अदरक का टुकड़ा
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गैस और जलन से राहत देते हैं।
कैसे लें:
एक छोटा टुकड़ा अदरक चबाएं या उबालकर उसका पानी पिएं।
4. इलायची चाय (बिना दूध)
इलायची पाचन में सुधार करती है और गैस को शांत करती है।
कैसे लें:
1 कप पानी में 1-2 इलायची उबालें, बिना दूध और शक्कर के पिएं।
5. तुलसी के पत्ते
तुलसी पेट को ठंडक देती है और गैस की समस्या को नियंत्रित करती है।
कैसे लें:
5-6 पत्ते चबाएं या 1 कप तुलसी की चाय बनाकर दिन में 1-2 बार पिएं।
6. बनाना (केला)
केले में प्राकृतिक एंटासिड गुण होते हैं जो एसिडिटी से बचाव करते हैं।
कैसे लें:
भोजन से 30 मिनट पहले 1 पका केला खाएं।
क्या न करें:
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खाली पेट चाय या कॉफी न पिएं
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एक के बाद एक सिगरेट पीने से बचें
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बहुत मसालेदार और ऑयली खाना न खाएं
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रात में देर से खाना खाने से बचें
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स्ट्रेस को कम करने की कोशिश करें – यह भी एसिडिटी बढ़ाता है
चाय, कॉफी और सिगरेट छोड़ना आसान नहीं होता, लेकिन इनकी मात्रा और समय को नियंत्रित कर आप एसिडिटी से काफी हद तक बच सकते हैं। ऊपर दिए गए घरेलू उपाय न केवल असरदार हैं बल्कि बिना किसी दवा के आपको आराम दे सकते हैं। अगर समस्या लंबे समय तक बनी रहे, तो डॉक्टर की सलाह लेना ज़रूरी है।