माइग्रेन सिर्फ सिर में दर्द का नाम नहीं है। यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है, जिसमें दिमाग के कई हिस्सों में धड़कन जैसा दर्द और कंपकंपी महसूस हो सकती है। हालांकि, सिरदर्द इसके प्रमुख लक्षणों में से एक है, लेकिन कई अन्य लक्षण भी होते हैं, जिन्हें लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं।
अगर आपके मूड में लगातार बदलाव आ रहा है, भूख की आदतें बदल रही हैं या गर्दन में तकलीफ हो रही है, तो यह माइग्रेन का संकेत हो सकता है। आइए जानते हैं माइग्रेन के कुछ अनदेखे लक्षण और इनके बारे में विशेषज्ञों की राय।
माइग्रेन के अनदेखे संकेत
1. बार-बार मूड बदलना
अगर आपको अचानक बहुत गुस्सा, चिड़चिड़ाहट या बेचैनी महसूस होती है, तो यह माइग्रेन का संकेत हो सकता है। सिरदर्द शुरू होने के कुछ घंटे पहले ही मरीजों में मूड स्विंग्स देखे जाते हैं। कुछ लोगों को बेहद खुशी या अचानक उदासी महसूस होती है, जो माइग्रेन के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
2. बिना किसी कारण थकान महसूस होना
अगर आपको सामान्य से ज्यादा थकान महसूस होती है, खासतौर पर बिना किसी शारीरिक मेहनत के, तो इसे नजरअंदाज न करें।
🔹 माइग्रेन के मरीजों को दिनभर जम्हाई आती रहती है और शरीर में एनर्जी की कमी महसूस होती है।
🔹 महिलाओं में यह लक्षण ज्यादा देखने को मिलता है।
3. गर्दन में दर्द और अकड़न
गर्दन और कंधे में अचानक अकड़न या बेचैनी माइग्रेन का एक प्रमुख लेकिन अनदेखा लक्षण है।
🔹 कुछ मरीजों को गर्दन में तकलीफ बिना सिरदर्द के भी महसूस होती है।
🔹 कई स्टडीज़ में गर्दन के दर्द और माइग्रेन के गहरे संबंध की पुष्टि की गई है।
4. भूख में बदलाव और मीठे की क्रेविंग
अगर आपको अचानक बहुत ज्यादा भूख लग रही है या खाने के तुरंत बाद भी कुछ और खाने की इच्छा हो रही है, तो यह माइग्रेन की चेतावनी हो सकती है।
🔹 माइग्रेन के मरीजों में मीठा खाने की क्रेविंग ज्यादा होती है।
🔹 कुछ लोग बार-बार भूख महसूस करते हैं, जो हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है।
5. बार-बार पेशाब आना
अगर आपको बिना ज्यादा पानी पिए भी बार-बार पेशाब आ रहा है, तो यह माइग्रेन की वजह से हो सकता है।
🔹 पेशाब की आदतों में बदलाव हार्मोनल बदलाव और न्यूरोलॉजिकल कारणों से होते हैं, जो माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं।
🔹 हालांकि, यह डायबिटीज का भी संकेत हो सकता है, इसलिए इसे हल्के में न लें।
कैसे करें माइग्रेन से बचाव?
अगर आपको ऊपर दिए गए लक्षण महसूस होते हैं, तो माइग्रेन से बचने के लिए ये उपाय अपनाएं:
✅ अपनी डाइट सुधारें: ज्यादा मीठा, जंक फूड और कैफीन लेने से बचें।
✅ पर्याप्त नींद लें: रोज 7-8 घंटे की नींद माइग्रेन के अटैक को कम कर सकती है।
✅ तनाव कम करें: मेडिटेशन, योग और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज अपनाएं।
✅ डिहाइड्रेशन से बचें: रोज कम से कम 2-3 लीटर पानी जरूर पिएं।
✅ रेगुलर एक्सरसाइज करें: हल्की-फुल्की फिजिकल एक्टिविटी माइग्रेन को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है।
निष्कर्ष
माइग्रेन को सिर्फ एक आम सिरदर्द समझना गलत है। अगर आपको बार-बार मूड बदलने, थकान, गर्दन में दर्द, ज्यादा भूख या बार-बार पेशाब आने जैसी दिक्कतें हो रही हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। ये सभी संकेत माइग्रेन के छिपे हुए लक्षण हो सकते हैं। अगर आपको ये लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें और अपनी जीवनशैली में बदलाव करके माइग्रेन को कंट्रोल करें।
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