किडनी हमारे शरीर का एक अहम अंग है, जो खून को फिल्टर कर उसमें मौजूद हानिकारक टॉक्सिन्स जैसे क्रिएटिनिन, यूरिया और एसिड को बाहर निकालने का काम करती है। खाने-पीने के बाद जो वेस्ट बनता है, उसे किडनी पेशाब के जरिए बाहर कर देती है। लेकिन जब किडनी में खराबी आ जाती है, तो ये टॉक्सिन्स खून में ही बने रहते हैं और धीरे-धीरे किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं। यही वजह है कि किडनी को अक्सर साइलेंट किलर कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण बहुत देर से सामने आते हैं। किडनी डैमेज से पहले इसके संकेतों को पहचानना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं किडनी खराब होने के 7 अहम संकेत, जिन्हें नजरअंदाज न करें।
1️⃣ यूरिन में बदलाव
अगर पेशाब की मात्रा या रंग बदल रहा है, जैसे बहुत कम या बहुत ज्यादा पेशाब आना, पेशाब में झाग या खून आना, तो यह किडनी खराब होने का इशारा हो सकता है।
2️⃣ शरीर में सूजन
किडनी के कमजोर होने पर शरीर में पानी जमा होने लगता है, जिससे पैरों, हाथों और चेहरे पर सूजन आ जाती है। इसे एडिमा कहते हैं।
3️⃣ थकान और कमजोरी
किडनी की बीमारी से शरीर में वेस्ट जमा हो जाता है और एनीमिया भी हो सकता है, जिससे लगातार थकान और कमजोरी महसूस होती है।
4️⃣ त्वचा में खुजली और सूखापन
किडनी जब अपना काम ठीक से नहीं कर पाती, तो शरीर में विषैले पदार्थ बढ़ जाते हैं, जिससे स्किन पर खुजली और ड्राईनेस हो सकती है।
5️⃣ भूख में कमी और वजन गिरना
किडनी की समस्या के कारण भूख कम लग सकती है और वजन तेजी से घट सकता है। यह पोषक तत्वों के कम अवशोषण की वजह से होता है।
6️⃣ मांसपेशियों में ऐंठन
किडनी की खराबी से इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द की शिकायत हो सकती है।
7️⃣ हाई ब्लड प्रेशर
किडनी की खराबी और हाई ब्लड प्रेशर एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। अगर आपका ब्लड प्रेशर लगातार हाई है, तो किडनी चेक जरूर करवाएं।
अगर इनमें से कोई भी लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय रहते पहचानकर किडनी की समस्याओं को गंभीर होने से बचाया जा सकता है।
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